कोरबा . जिले में चितफंड सोसायटी की तरह ग्रामीण क्षेत्र में माइक्रो फाइनेंस बैंक फैले हुए हैं। ये महिला समूह से जुड़ी महिलाओं को झांसे में लेकर कर्ज भी दे रही हैं। इसमें से 75 प्रतिशत राइस फ्लोरा मैक्स के एजेंट अपने पास यह कहकर रख रहे हैं कि अगली किस्त हम जमा करेंगे। जब भी लालची के लिए कंपनी के लोग पहुंच रहे हैं तो महिलाओं को वंचित होने का पता चल रहा है। एक हफ्ते के अंदर 10 से ज्यादा की कमाई हुई है।

महिलाओं से वंचितों पर लोन का नाम
एसबीएस, सनराइज, सूर्या समेत कई नाम से माइक्रो फाइनेंस कंपनी चल रही है। ग्रुप की महिलाएं लोन के लिए फ्लोरा मैक्स नाम की कंपनी के एजेंट घूम रही हैं। मामले को लेकर पंचायत ग्राम गोढ़ी, बेंडरकोना, कोरकोमा की महिलाओं से शिकायत दर्ज कराई जाती है। महिलाओं का कहना था कि एक नहीं बल्कि 4-4 फाइनेंस कंपनियों ने लोन लिया है। एक कंपनी से 40 से 50 हजार रुपये का लोन महिलाओं को मिलता है। इस कंपनी के साथ ही फ्लोरा मैक्स के एजेंट भी साथ रहते हैं। वे राशि लेने के बाद मात्रा 25 प्रतिशत राशि महिलाओं को राशि खुद रख लेते हैं।

घूम-घूम कर लोन दे रही हैं
बेंडरकोना की महिलाएं भी कलेक्टर से शिकायत करने से पहले। उन्होंने बताया कि नीता भारद्वाज नाम के एजेंट ने 70 से ज्यादा महिलाओं से करीब करोड़ों रुपये वसूले हैं। बैंक वाले हमें कर रहे हैं. इस तरह पूरे जिले में ही महिला लैपटॉप को घूम-घूम कर माइक्रो फाइनेंस लोन दे रही हैं।

पूंजी से 2 लाख रुपये तक कर्जदार बन गईं महिलाएं
स्वयं सहायता से जुड़ी महिलाओं को 4 माइक्रो फाइनेंस बैंक लोन दे रही हैं। एक महिला को घर से 2 लाख रुपए तक मिल रहे हैं। एक-दो माह तक तो किस्त जमा होने के बाद राशी हाऊसने वाली एजेंट कह रही है कि नुकसान हो गया है। आपको अभी भी किस्त जमा करना है। आपके बैंक में 10 हजार का लोन देने की तैयारी नहीं है बल्कि उन्हें 2 लाख का लोन मिल रहा है।

1.90 लाख का लोन लेकर 32 हजार रुपए ही थमाया
ड्रैगनबहार के संतोषी मंझवार ने बताया कि 4 बंधकों पर 1 लाख 90 हजार का लोन था। जिसमें से मुझे मात्र 32 हजार मिला है. फ्लोरा मैक्स की एजेंट सरोजनी चंद्रा ने शेष राशि यह कहकर किस्त जमा हम करेंगे। अब कह रही हैं कि अगले 4 महीने तक आप ही किस्त जमा करना चाहेंगे। उन्होंने महिलाओं के साथ बालको स्टेशन में शिकायत भी दर्ज की है।

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