राजानंदगांव: फेस्टिव सीजन आते ही मिठाइयों की मांग में तेजी आ जाती है, लेकिन इसके साथ ही उत्पादखोर भी एक्टिव हो जाते हैं। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग इस समय मिठाइयों की जांच कर रहा है। राजनांदगांव जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी डोमेंद्र ध्रुव ने लोकल 18 को निर्देश दिया है कि त्योहारों के दौरान अच्छी मिठाइयों का चयन करना आवश्यक है। उपयोगकर्ता स्वयं भी कुछ सरल उदाहरण से मिठाइयों की गुणवत्ता की जांच कर सकते हैं।

दूध की एक बोतल में जहर की मात्रा को देखें। यदि बहुत ज्यादा झाग आ रहा है या रंग में बदलाव हो रहा है, तो इसमें यूरिया या अन्य तत्वों का माप हो सकता है। दूध को सतह पर स्थिर स्थिरता की जांच की जा सकती है। अगर दूध वापस नहीं लौटा, तो इसमें पानी मिलाने की संभावना शामिल है। बता दें कि रंगीन मिठाइयों में कपड़ों के रंग का इस्तेमाल किया जा सकता है, इसलिए ध्यान रखें। मिठाइयों में चांदी के कारखाने की गुणवत्ता की जांच; अच्छे वर्कशॉप को उंगली पर राँघने पर खो जाना चाहिए।

घी और खोवा की जांच
घी में आधा नमक और एचसीएल समग्र देखें। यदि घी का रंग लाल है, तो इसमें उत्पाद की संभावना शामिल है। खोवा में साबुत की जांच करने के लिए, 2 ग्राम खोवा को 5 रेशम गर्म पानी में मसाले और घी के एक-दो चम्मच डाले जाते हैं। उत्पाद पर रंग परिवर्तन संभव है.

घर पर जांच का तरीका
त्योहारी सीजन में मिठाइयों की बिक्री बढ़ने के कारण उपभोक्ता अब घर बैठे भी अपनी जांच कर सकते हैं। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की वेबसाइट पर उपभोक्ता यह पता लगा सकते हैं कि कौन अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रखता है और कौन सी खरीदारी करता है। मिठाई खाने के साथ इन बातों का जरूर रखें ध्यान. इससे आपकी सेहत को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा।

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