राजानंदगांव: राजनांदगांव जिले में धान की आपूर्ति के लिए किसानों को सुविधा देने के लिए जिला सेंट्रल बैंक द्वारा नई व्यवस्था की गई है, इसके माध्यम से धान की आपूर्ति के तुरंत बाद लगभग दस हजार रुपये तक की राशि का भुगतान हो जाएगा। विपक्षी स्थिति में इलेक्ट्रॉनिक भुगतान के लिए माइक्रोवेव में माइक्रो-इलेक्ट्रॉनिक प्लांट लगाए गए हैं, जिससे किसान धान पर तत्काल दस हजार रुपये का जुर्माना लगाया जा सकता है। सम्मिलित लेकेर धान बैसाखी में माइक्रो एटीएम का अनुमान लगाया गया है।
माइक्रो एटीएम की सुविधा
प्रदेश सरकार द्वारा इस बार 14 नवंबर से धान की खेती की शुरूआत की गई है, राजनांद जिले के 96 धान की प्रतिभा में किसानों को समर्थन मूल्य में धान की सौगात की जा रही है। वहीं इस बार किसानों की सुविधा के लिए नई व्यवस्था की शुरुआत की गई है, जिसमें माइक्रोसाइब कंपनी के सभी धान असोसिएशन का उद्यम शुरू किया गया है। इसके माध्यम से किसानों को सुविधा मिलती है। धान की दुकान के बाद 10 हजार रुपए तक की रिक्वेस्ट राशि किसान साबिक एटीएम के माध्यम से निकाली जा सकती है। इसके साथ ही 10 हजार रुपये तक जमा करने की सुविधा भी एटीएम के माध्यम से दी गई है।
फूलों के साथ 10 हजार जमा करने का भी विकल्प
समीक्षित लेकर जिला संघ सेंट्रल बैंक के सीईओ प्रभात मिश्रा ने बताया कि धान के सीजन में जिन किसानों से धान की आपूर्ति की जाती है, उनका भुगतान करना हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। बैंक दस्तावेजों के माध्यम से उनका भुगतान करते हैं। हमारे सभी दस्तावेजों में बड़े एटीएम लगे हुए हैं, उन एटीएम के माध्यम से भी किसान अपनी राशि निकाल सकते हैं। इस व्यवस्था को साम्राज्य, नाबार्ड, पंजीकरण, सहयोगी संस्थाओं आदि के निर्देशानुसार सभी इकाइयों में माइक्रो एटीएम उपलब्ध कराए जाते हैं। माइक्रो एटीएम मशीन के माध्यम से किसान प्रतिदिन लगभग 10 हजार रुपये निकाल सकते हैं- साथ में 10 हजार रुपये जमा भी कर सकते हैं। जिला एसोसिएशन सेंट्रल बैंक के अंतर्गत आने वाले 222 माइक्रो एटीएम में एटीएम की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है.
रुपे केसीसी कार्ड के माध्यम से विक्रेता
राजनांदगांव जिले में इस बार समर्थित मूल्य पर धान के लिए प्रशासन की ओर से 96 धान समूह केंद्र बनाए गए हैं, इन 96 धान समूह में माइक्रो साटम की सुविधा किसानों को उपलब्ध कराई जा रही है, माचिस के माध्यम से किसान राशी अहारन और जाम यहां तक कि आप साइंटिस्ट आर्किटेक्चरल आर्किटेक्चरल आर्किटेक्चरल आर्किटेक्चर की सुविधा भी उपलब्ध करा सकते हैं। किसान अपने रुपे केसीसी कार्ड के माध्यम से आसानी से राशि निकाल सकते हैं।
टैग: कृषि विभाग, स्थानीय18, धान की फसल, राजनांदगांव खबर
पहले प्रकाशित : 17 नवंबर, 2024, 17:31 IST