नई दिल्ली: महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना (एमएसएससी) विशेष रूप से महिलाओं और नाबालिग लड़कियों के लिए ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मनाने के लिए 31 मार्च, 2023 को शुरू की गई थी और अब तक इसके तहत 43,30,121 खाते खोले जा चुके हैं। 31 अक्टूबर 2024.
यह बात केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने मंगलवार को राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कही।
यह योजना आकर्षक ब्याज दर की अनुमति देकर देश की महिलाओं की वित्तीय स्वतंत्रता को बढ़ावा देने और भारत सरकार द्वारा निर्धारित वित्तीय समावेशन के उद्देश्यों को प्राप्त करने में मदद करने के लिए शुरू की गई थी। एमएसएससी के तहत खाता किसी महिला द्वारा स्वयं या किसी नाबालिग लड़की की ओर से अभिभावक द्वारा 31 मार्च, 2025 को या उससे पहले खोला जाएगा।
योजनाओं की कुछ मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:
- खाता केवल दो वर्ष की अवधि के लिए न्यूनतम ₹1000 और अधिकतम ₹2 लाख जमा के साथ खोला जा सकता है।
- एमएसएससी के लिए ब्याज दर 7.5% प्रति वर्ष है जो त्रैमासिक रूप से संयोजित होती है और खाते में जमा की जाती है।
- इस योजना के तहत अनुकंपा के आधार पर आंशिक निकासी और समय से पहले बंद करने की सुविधा भी उपलब्ध है।