कोरबा. कोरबा में बिसाहू दास मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक शिक्षक की मौत हो गई। इस दौरान पति की मौत के बाद पत्नी ने अस्पताल में तूफान मचाया। महिला ने बताया कि डॉक्टर ने कहा था कि पीड़ित पीड़ित को बचाया नहीं जा सकता, उसकी मौत हो जाती है। इधर, समुद्र तट के बीच महिला के पति ने दम तोड़ दिया।
मिली जानकारी के अनुसार देर वाले का नाम दिनेश कुर्रे है, जो पोडी सोत का रहने वाला था। पिछले 3 दिन से फ्रेमवर्क से पीड़ित था। पत्नी मीना कुर्रे के मुताबिक जब पति ने बातचीत बंद कर दी, तब वह डॉक्टर के पास गए और डॉक्टर ने अपने पति की हालत बताई। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टर ने महिला से कहा कि पीड़ित मरीज का मूल्यांकन नहीं करना चाहिए, इसलिए उन्हें अस्पताल नहीं लाना चाहिए। बात से महिला बिफर गई और अस्पताल में बारिश होने लगी। वहीं कुछ देर बाद उनकी पत्नी ने दम तोड़ दिया। महिला का आरोप है कि अस्पताल में उसके पति का इलाज लापरवाही से नहीं किया गया, जिससे उसकी जान चली गयी.
आइसीयू में मरीज़ के वाइल्डलाइफ़ ने कहा
जिला अस्पताल के प्रभारी निदेशक कुजूर ने बताया कि आईसीयू में मरीज़ के कैसल में बाढ़ आ गई है। सूचना सूचना ही माच पर रीच इवेंट की जानकारी ली। मृतक के अवशेषों ने डॉक्टर पर जो आरोप लगाए हैं, उसकी जांच की जा रही है। जिला अस्पताल के प्रभारी ने कहा कि अस्पताल से मिले मेमो के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। पंचनामा की पूरी कार्रवाई कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है, जहां से पोस्टमॉर्टम के बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया है।
पहले प्रकाशित : 23 अगस्त, 2024, 20:20 IST