मंत्रियों की बैठक में खनन क्षेत्र में एआई-एमएल की तैनाती, स्टार्टअप्स, एमएसएमई को बढ़ावा देने का समर्थन किया गया – ईटी सरकार



<p>केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और जी. किशन रेड्डी तथा राज्यों के मंत्री सोमवार को नई दिल्ली में एनएमईटी की छठी शासी निकाय बैठक में।</p>
<p>“/><figcaption class=सोमवार को नई दिल्ली में एनएमईटी की छठी शासी निकाय बैठक में केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और जी. किशन रेड्डी तथा राज्यों के मंत्री।

कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी की अध्यक्षता में एनएमईटी की छठी शासी निकाय बैठक में वरिष्ठ मंत्री ने रियासी जिले में लिथियम खनिज भंडारों की खोज में तेजी लाने की मांग की, जिससे खनन अर्थव्यवस्था के साथ-साथ भारत की समग्र आर्थिक वृद्धि में भी बड़ी उछाल आने का वादा किया गया।

सोमवार को नई दिल्ली में राष्ट्रीय खनिज अन्वेषण ट्रस्ट (एनएमईटी) की अंतर-मंत्रालयी बैठक में केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर में लिथियम अन्वेषण का मुद्दा उठाया और इस प्रक्रिया में तेजी लाने का आह्वान किया।

कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी की अध्यक्षता में एनएमईटी की छठी शासी निकाय बैठक में वरिष्ठ मंत्री ने रियासी जिले में लिथियम खनिज भंडारों की खोज में तेजी लाने की मांग की, जिससे खनन अर्थव्यवस्था के साथ-साथ भारत की समग्र आर्थिक वृद्धि में भी बड़ी उछाल आने का वादा किया गया।

उन्होंने यह भी कहा कि अन्वेषण कार्य में तेजी लाने की जरूरत है और समय सीमा को पूरा करने के लिए सभी वांछित सहायता प्रदान की जानी चाहिए। उन्होंने किश्तवाड़ में सफायर पार्क का भी जिक्र किया, जिसमें देरी हो गई है।

केंद्रीय खनन सचिव वीएल कांता राव ने डॉ. सिंह को आश्वासन दिया कि लिथियम अन्वेषण कार्य में तेजी लाई जाएगी और अगले कुछ महीनों में परिणाम दिखने लगेंगे।

डॉ. सिंह ने पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान देश में अन्वेषण गतिविधियों के वित्तपोषण पर लगभग 300 करोड़ रुपये खर्च करने की रिकॉर्ड उपलब्धि के लिए एनएमईटी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि एनएमईटी अपने विजन के अनुसार अपनी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से अन्वेषण को गति देने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है।

केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, परमाणु ऊर्जा विभाग, अंतरिक्ष विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डॉ. सिंह ने घरेलू उत्पादन, महत्वपूर्ण खनिजों के पुनर्चक्रण और महत्वपूर्ण खनिज परिसंपत्तियों के विदेश में अधिग्रहण के लिए “महत्वपूर्ण खनिज मिशन” के शुभारंभ पर प्रकाश डाला।

सिंह ने कहा, “इस मिशन में एनएमईटी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। मुझे खुशी है कि एनएमईटी महत्वपूर्ण खनिज अन्वेषण को बढ़ावा दे रहा है और इसने खनन क्षेत्र में निजी क्षेत्र को शामिल करके इन खनिजों के अन्वेषण के लिए योजनाएँ बनाई हैं। इससे एजेंसियों का मनोबल बढ़ेगा और वे कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित होंगी।”

जीएसआई और एएमडी के बीच डेटा साझा करने के मुद्दे पर बोलते हुए, उन्होंने खनन मंत्री जी किशन रेड्डी को आश्वासन दिया कि डीएई द्वारा आवश्यक समर्थन प्रदान किया जाएगा और एएमडी के निदेशक को आधारभूत सर्वेक्षणों और गैर-परमाणु खनिजों की रिपोर्ट प्रदान करनी चाहिए जो पिछले कई वर्षों से एएमडी द्वारा तैयार की गई हैं और देश में अन्वेषण गतिविधियों का समर्थन करने में खान मंत्रालय के हित में हैं और इसमें मददगार हैं। महत्वपूर्ण खनिज मिशन ताकि कार्य शीघ्र शुरू किया जा सके।

उद्योग जगत के साथ शीघ्र संपर्क के साथ पीपीपी मॉडल को अपनाने से खनन क्षेत्र में स्टार्टअप्स को बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार पैदा होगा और यह टिकाऊ बनेगा। मंत्री ने खनन क्षेत्र में स्टार्टअप्स और एमएसएमई को बढ़ावा देने तथा खनन क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) जैसी उभरती हुई तकनीकों के उपयोग पर किशन रेड्डी के विचार का भी समर्थन किया। एएमडी के निदेशक भी एएमडी में ऐसी उन्नत तकनीकों की तलाश कर सकते हैं।

डॉ. जितेन्द्र सिंह ने सभी राज्य सरकार के मंत्रियों से उपलब्ध अवसरों का उपयोग करने का आग्रह किया, क्योंकि एनएमईटी बुनियादी ढांचे के विकास और खनिज अन्वेषण परियोजनाओं के वित्तपोषण दोनों के लिए 100% समर्थन प्रदान कर रहा है।

मंत्री ने कहा कि हम सभी को आगे आकर अधिक खनिज अन्वेषण परियोजनाएं प्रस्तुत करनी चाहिए ताकि नीलामी के लिए अधिक संख्या में खनिज ब्लॉक उपलब्ध हो सकें।

किशन रेड्डी ने बैठक की अध्यक्षता की, जबकि कोयला एवं खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे, गुजरात के उद्योग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग, कुटीर, खादी एवं ग्रामीण उद्योग मंत्री बलवंतसिंह राजपूत, छत्तीसगढ़ के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, आंध्र प्रदेश के खान एवं भूविज्ञान मंत्री कोल्लू रवींद्र, असम के खान एवं खनिज विभाग मंत्री जोगेन मोहन के साथ-साथ कोयला एवं पेट्रोलियम मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया।

  • 13 अगस्त 2024 को 08:19 AM IST पर प्रकाशित

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