अनुराग पांडे/भोपाल: राजधानी भोपाल में साइकल चालकों के लिए नर्मदापुरम रोड के किनारे-किनारे करोड़ों की लागत से साइकल ट्रैक और साइकल स्टैंड खाली हो गए थे। जो अब इललीगल पार्क स्पॉट और खंडहर घाटों में हैं।भोपाल में इन डेडिकेटेड साइकल ट्रैक्स को साल 2017 में जनता के लिए खोला गया था। कुछ ही प्राचीन में ये नवोदित स्थिति में पहुंच गए हैं। लोकल18 की ग्राउंड फ्लोर पर देखें स्ट्रॉयर साइकिल ट्रैक्स की पोल खोली गई है।

भोपाल में डेडिकेटेड साइकल्स ट्रैक्स में अब स्ट्रेंथ के साथ-साथ यह ट्रैक अब मोटर साइकल्स मोटर पर हैं। जिस कारण लोग इस ट्रैक पर साइकिल और पैदल यात्री से भी कतराने लगते हैं।

अब भगवान की प्रतिष्ठा 5.5 किलोमीटर लंबी ट्रैक
राजधानी के नॉम्लैंडपुरम रोड पर लोगों के साइकिल चलाने और चलने के लिए साल 2017 में 2.5 मीटर के सोसायटी इन साइकिल ट्रैक पर शुरू हुए थे, अब लोग चलने से भी जुड़े हुए हैं।

साइकल ट्रैक्स पर अब ऑटोमोबाइल सुपरमार्केट
इन डेडिकेटेड साइकल ट्रैक्स पर अब कार और टू व्हीलर मोटर साइकल पार्क मौजूद हैं।जिनको ना कोई प्रतिबंध वाला है। इतना ही नहीं अलास्कापुरम रोड में वृंदावन ढेबा और मेपल हाई स्ट्रीट के सामने तो स्थायी स्मारक बनाया गया है।

ट्रैक के बैरियर पतन, जगह-जगह बर्बादी
भोपाल स्मार्ट सिटी डेमोक्रेट कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने इस डेडिकेटेड साइकल ट्रैक में रेलवे स्टेशन से पर्यटकों के लिए विशेष बैरियर भी लगाए थे। जो अब टूट गया है. इसलिए अब इस ट्रैक पर टू व्हीलर बड़ी ही आसानी से घुसेड़ आते हैं। इस प्रोजेक्ट के पहले चरण में 2.95 करोड़ रुपये की बोली लगी थी जो अब बड़ी ही निवेश स्थिति है।

इन ट्रैक्स पर साइकल कैसे चुनें
News18 लोकल से बात करते हुए स्थानीय रहवासियों ने बताया कि, “ये साइकिल ट्रैक बनाने के साथ ही मारने लगे थे. इसके बाद शायद इन ट्रैक्स का कभी रखरखाव नहीं किया गया। ये डाउन-फुटे ट्रैक अब चलते-फिरते भी नहीं बचे हैं।

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