सूर्य प्रकाश/ बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक रथ पर सवार होकर शनिवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के स्मारक का प्रदर्शन किया गया। घटना तब हुई जब मुख्यमंत्री रावत नाच महोत्सव में बिलासपुर जिले शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने पुलिस और प्रशासन पर लगाए फ्लैटों के आरोप और न्याय की गाड़ियां लगाईं।

रेप के बाद फिर से हमलों का आरोप
बिलासपुर के मंगला क्षेत्र की रहने वाली कॉलोनी ने बताया कि उसके साथ पहले एक घोटाला हुआ था और उसे जेल भेज दिया गया था। लेकिन जेल से रिहा होने के बाद नाबालिग और उसकी पत्नी ने अपने घर में न सिर्फ नाबालिग बच्चों के साथ अपने सहयोगी की, बल्कि अपने छोटे बच्चों के साथ गद्दारी और अश्लील हरकतें भी कीं।

पुलिस पर गंभीर आरोप
कार्ट का कहना है कि उसने इस घटना की शिकायत लेकर कई बार पुलिस का रुख किया, लेकिन पुलिस ने न तो आरोपी दर्ज किया और न ही कोई कार्रवाई की। मजबूरन बेरोजगार डॉक्टर कार्यालय का रुख। रजिस्ट्रार कार्यालय में नियुक्ति के बाद पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई शुरू नहीं हुई है।

काफ़िला की मांग, न्याय की मांग
मुख्यमंत्री के काफिले को बंद करने वाली महिला ने 15 मिनट तक रोके रखा और न्याय की मांग की। इस दौरान उन्होंने अपने अभ्यास और शिक्षकों के निशान का वीडियो भी दिखाया, जिसकी आपबीती ने पुष्टि की है। महिला ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उसकी शिकायत पर कोई भी जमाकर्ता घूम नहीं रहा है, जिससे उसे और उसके बच्चों को जान का खतरा है।

मुख्यमंत्री ने दी विस्तृत जांच आदेश
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने तत्काल स्मरणोत्सव में अधिकारियों को मामले की जांच और गिरफ्तारी पर सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया।

पुलिस ने जांच शुरू की
घटना पर पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और जल्द ही कार्रवाई होगी।

महिला सुरक्षा प्रश्न
यह घटना न केवल महिला सुरक्षा बल्कि ऐतिहासिक प्रक्रिया में देरी पर भी गंभीर सवाल उठाती है। सुपरमार्केट और सीएम के खिलाफ हस्तक्षेप के बाद यह देखने को मिलेगा कि प्रशासन तेजी से फास्ट के खिलाफ कार्रवाई करता है और महिला को न्यायसंगत घोषित करता है।

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