बिलासपुर: जिले के मस्तूरी ब्लॉक स्थित एसईओके नगर के स्वामी आत्मानंद स्कूल में छात्र अवनीश शरण के औचक निरीक्षण में गंभीर विवाद का मामला सामने आया है। निरीक्षण के दौरान स्कूल में साफ-सफाई की स्थिति बेहद खराब मिली, साथ ही कई शिक्षक उपस्थिति पंजी में हस्ताक्षर करने के बावजूद स्कूल से स्नातक की उपाधि प्राप्त की गई। इस गंभीर संस्थान में कलेक्टर शरण ने कड़े कदम उठाए स्कूल की कार्यशाला एम. मोइत्रा, संकुल समन्वयक एवं तीन अन्य ग्रिड को निलंबित करने का आदेश दिया गया है।

स्कूल में पाए जाओ गंभीर खामियाँ
स्वामी आत्मानंद स्कूल, जहाँ आठवीं कक्षा तक की शिक्षा दी जाती है, दो माध्यम – प्राथमिक अंग्रेजी और मध्य अंग्रेजी – में संचालित होता है। कलेक्टर ने स्कूल की साफ-सफाई, शरण व्यवस्था में अनदेखी और अनुशासनहीनता पर निरीक्षण के दौरान निरीक्षण किया। संकुल समन्वयक की नियमित पर्यवेक्षण में कमी और अपने निष्क्रियता के पालन में असफलता के कारण स्कूल में अनुशासनात्मक निरंतरता और अनुशासनात्मक पर्यवेक्षण उत्पन्न हो रही थी।

अनुशासन पर कड़ा कदम
कलेक्टर शरण ने इस अवकाश के लिए स्कूल की कार्यशाला को मुख्य रूप से जिम्मेदार मानते हुए प्रतिबंध का आदेश दिया। इस कार्रवाई से प्रशासन ने स्पष्ट संदेश दिया कि स्कूल में निर्देश और गुणवत्ता के प्रति किसी भी प्रकार की अनदेखी नहीं की जाएगी।

शिक्षा में अनुशासन और स्केल पर बल
सरकारी शरण का यह सख्त कदम शिक्षा क्षेत्र में अनुशासित और सेमेस्टर की आवश्यकता पर जोर देता है। इस कार्रवाई से परमाणु ऊर्जा संयंत्र और स्कूल प्रशासन को अपने प्रति अधिक सतर्क रहने की प्रेरणा मिलती है, ताकि छात्रों को एक बेहतर और अनुशासित अकादमिक मनोवैज्ञानिक मिल सके।

टैग: छत्तीसगढ़ समाचार, स्थानीय18

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