अन्य. बाकी में एक संगीन मामला सामने आया है. उदाहरण 15 क्षेत्र के लक्ष्मण तिलैया पर रहने वाली 91 वर्ष की सन्यासी शांति बाई ने बिजली घर के द्वारा दी जा रही प्रताड़ना के कारण अपनी याचिका पत्र में लिखा यदि मेरी मृत्यु हो जाती है तो इसका कारण बिजली घर बनना है। कई प्राचीन से बिजली घर के द्वारा दिया जा रहा है गलत बिल वृद्ध सन्यासिनी बेहद परेशान है।

मेरी मौत का कारण होगा बिजली विभाग
हनुमान घाटी पर रहने वाली सन्यासिनी शांति बाई की पिछली कई कहानियों के अनुसार बिजली घर के नीचे दिए जा रहे गलत बिल हैं। शांति बाई का कहना है कि उनके द्वारा जो बिजली का उपयोग किया जा रहा है वह कम है। जो मीटर रीडर वहां पर आते हैं वे क्वेश्चन करते हैं। आसपास के लोगों से पैसे वसूल होते हैं। जो लोग पैसे दे देते हैं उनका बिल कम कर दिया जाता है। जो लोग अपनी इस संस्था पर विश्वास नहीं करते उन्हें बढ़ा कर ग़लत बिल दे दिया जाता है।

पिछले कई संतों से महंत शांतिबाई का बिल बहुत ज्यादा आ रहा है। इस कारण से परेशान होकर उन्होंने बिजली घर में शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि यदि उन्हें इसी प्रकार से मानसिक प्रताड़ना दी गई तो उनकी मृत्यु का कारण बिजली घर के कर्मचारी होने वाले थे।

कर्मचारी बदमाशी करते हैं
महंत शांति बाई अपने मंदिर में रहते हैं। आपकी उम्र लगभग 91 वर्ष है। आय का कोई स्रोत नहीं है, कोई सरकारी सहायता नहीं है। बिजली घर के कर्मचारी पैसे पूरे क्षेत्र में अवैध के माध्यम से की उगाही करते हैं। ऐसा आरोप महंत शांति बाई का है.

वे लोग हर महीने पैसे ना देने के कारण उनके मीटर की शिक्षा बढ़ाते हैं। बाद में जब उनसे अनुरोध किया जाता है कि उनके साथ ऐसा ना किया जाए तो उन्हें वफ़ादार कर्मचारी और मीटर रीडर के द्वारा धमकियाँ दी जाती हैं। इसी कारण से अंत में चिंता व्यक्त की गई महंत शांति बाई ने बिजली घर के उच्च अधिकारियों के आवेदन के माध्यम से यह बताया है कि उन्हें लगातार मीटर रीडर के द्वारा और बिजली घर के कर्मचारियों द्वारा मानसिक रूप से परेशान किया जाता है। वे लगातार कई प्राचीन से इसी कारण से बीमार रहते हैं और यदि उनकी मृत्यु हो जाती है तो उसका कारण बिजली विभाग, मीटर रीडर और वरिष्ठ अधिकारी होंगे।
संपादन- आनंद पांडे

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