शेख इमरान

गरियाबंद. छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में 24 घंटे के अंदर एटीएम और पांडुका में बैंक लूटने की कोशिश करने वाले ने नाबालिग के साथ नाबालिग अरुण ध्रुव और टिकेश्वर यादव को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। मामले में पुलिस ने जो खुलासा किया है वह हैरान करने वाला है। दरअसल, गेम की लैट ने व्यापारियों को बैंक लुटेरा बना दिया। 26 सितंबर की रात वार्ड नंबर 9 स्थित केनरा बैंक के एटीएम को एटीएम से तोड़कर लूटने की कोशिश की गई थी। फिर अपार्टमेंट अपार्टमेंट लेकर व्यापारी हो गए थे।

फिर 27 सितंबर की रात 24 घंटे के भीतर पांडुका के ग्रामीण बैंक के लॉकर से गैस कटर को तोड़ने का प्रयास किया गया। बैंक का सायरन बजाते ही यहां भी सीमेंट लेकर बाजार भाग जाता है। इस उपयोगिता के बाद भण्डारण मच गया। गरियाबंद पुलिस के सामने चौथी बार बमबारी की बड़ी चुनौती थी। गरियाबंद पुलिस और स्पेशल टीम ने इस मामले में छिंदोला से 2 नाबालिग अरुण ध्रुव, टिकेश्वर यादव और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है।

जानिए चोर कैसे बने

गरियाबंद बैशटेलपी निशा सिन्हा ने बताया कि पूरी घटना का मास्टरमाइंड अरुण ध्रुव है जो कि धान की एकमात्र बिक्री का भी काम करता है। उसे मोबाइल गेम चैलेंज में लैट लग गई थी और उसके ऊपर बहुत सारा कर्ज़ा हो गया था। नोटबंदी के लिए उन्होंने अपने दोस्त टिकेश्वर यादव और नौसिखिये के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम देने की योजना बनाई। तीन ने गुरुवार की रात केनरा बैंक के एटीएम को नकदी से तोड़ने की कोशिश की थी। मगर दस्तावेजों के आने की आवाज से डूबे हुए वहां से भाग निकले।

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इस घटना को अंतिम रूप देने के बाद चार को यह समझ में आ गया कि सॉल्वेंसी से एटीएम को रद्द नहीं किया जा सकता है। दूसरे दिन उन्होंने गरियाबंद स्थित कमल के निजी वाहन से गैस कटर और गैस सिलेंडर की चोरी की और पांडुका स्थित ग्रामीण बैंक के एटीएम से शटर को काटकर लॉकर के अंदर रखा और गैस कटर की मदद से कटर की कोशिश की। जब लॉकर नहीं काटा गया तो वहां रहना, सीसीटीवी कैमरे पर चढ़ना शुरू हो गया। अब पुलिस ने चार लोगों को गिरफ़्तार कर लिया है।

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