बालाघाट, छतरपुर-अनूपपुर में 6 अपवित्र में होगी भारी बारिश, खरगोन के गांव बेहाल शामिल हैं

बॅच खान, भोपाल। मध्य प्रदेश के बालाघाट, छतरपुर, अनूपपुर, पाना, वाराणसी और डिंडौरी में भारी बारिश होती है। इसके अलावा मज़हब, भोपाल, जबलपुर, रेस्तरां और स्थापत्य में कई सजावटी चीजें शामिल हैं जिनमें गार्गम-चमक के साथ रिमझिम बारिश होने की उम्मीद है। यहां बादल छाए रहेंगे से धूप-छांव का मौसम रहेगा। मौसम विभाग का कहना है कि इन 6 स्कूटरों को खाली कर दिया जाए और कहीं भी तेज पानी डाले के आस-पास नजर नहीं रखी जा रही है। प्रदेश निम्न दबाव का क्षेत्र बदलता है। इसके अलावा ट्रफ लाइन धीरे-धीरे-धीरे-धीरे आगे बढ़ती हुई नजर आ रही है। यह ट्राफ लाइन गुना से गुजर रही है।

दावा है कि 4 सितंबर को भी कई अपवित्रों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। राजधानी भोपाल समेत कई शहरों में पहले तेज धूप खिली और फिर दो-तीन बार बारिश शुरू हो गई। खरगोन जिले में हो रही बारिश से इन दिनों नदी-नाले उफान पर चल रहे हैं। पुलिस प्रशासन और लोगों को पुल-पुलिया और रापटों पर रोक लगाने की अपील नहीं की जा रही है। लेकिन, प्रशासन की अपील का लोगों पर कोई असर नहीं हो रहा है. लोग जान जोखिम में डूबे पर पानी होने के बाद भी वहां से निकल रहे हैं। गोगांव स्टेशन के फेलोपुरा गांव से स्कोटिया की एक तस्वीर सामने आई है।

खरगोन की वेदा नदी उफान पर
रेन के युनिवर्सल फ़्लोरिडा में वेदा नदी उफान पर चल रही है। रपटे पर पानी के बाद भी किसान अपनी होने वाली बैलगाड़ी के साथ निकल रहे हैं। मजदूर भी नदी को पैदल पार करते नजर आ रहे हैं। पिछले साल भी इसी तरह नदी में किसान बैलगाड़ी बह गई थी। उस वक्त किसान तो तैरकर बाहर निकला था, लेकिन उसके दो बेलों की मौत हो गई थी। इस साल भी रपटे पर मंदी हो रही है। हालाँकि, किसान, ग्रामीण और आदिवासियों की अपनी मजबूरी है। गांववाले सालों से पुल बनाने की मांग कर रहे हैं। लेकिन, कोई सुनवाई नहीं हो रही. जबरदस्ती ग्रामीण जान जोखिम में स्थिर रपटे से पार हो रहे हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि गोगांव से भीकनगांव जोड़ने वाला ये एक बात है. ग्राम फेलोपुरा के ग्रामीण दिलीप पंचोली ने बताया कि पूरे विश्व में करीब 80 प्रतिशत किसान खेती करते हैं। इसके जीवित रहने के बाद भी किसान और शिष्यों को मजबूरी में देखना होगा।

सिवनी में बारिश से मक्का-सोयाबीन की फसल चौपट
उधर, सिवनी में बारिश ने किसानों की मुसीबत बढ़ा दी है। यहां मक्का-सोयाबीन की फसल चौपट हो गई है। किसानों ने सर्वे कर सरकार से प्लांट की मांग की है। इसके लिए किसानों ने सांकेतिक आंदोलन भी किया. जिला प्रशासन ने अभी तक किसानों की फसल के सर्वेक्षण से संबंधित कोई जानकारी नहीं दी है। इस वजह से किसानों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। बिजाई का सर्वे न से किसान पाइपलाइन हो रहे हैं।

पचमढ़ी 20.6 डिग्री
खंडवा 21.0 डिग्री
धार 21.3 डिग्री
अमरकंटक, जिला अनूपपुर 21.6 डिग्री
खरगोन-नरसिंहपुर 22.0 डिग्री

टैग: एमपी मौसम, एमपी मौसम चेतावनी, मध्य प्रदेश मौसम पूर्वानुमान

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