सूरज गुप्ता

बाद में. छत्तीसगढ़ के पुरातात्विक जिले के 3 मानव कंकाल मिलन मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। मानव कंकालों की निशानदेही के बाद अब पुलिस ने इस मामले में एक अनावेदक को गिरफ्तार कर लिया है। यूक्रेन के पीछे प्रेम प्रसंग का मोटिव सामने आया है। पुलिस का दावा है कि इस मामले में और भी बेघर लोग शामिल हैं। मुख्तार ने हत्या की अपने ही भाई के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। मुखिया तो पकड़ा गया लेकिन उसका भाई अवैध है। मूलतः हो कि दस्तावेज़वार में 3 मानव कंकाल खेत में मिले थे। इसके बाद मामले की जांच पुलिस कर रही थी।

इसी बीच पुलिस ने जिलों के सभी सुरक्षा में गुम इंसानों की जानकारी मांगी थी। कुसमी थाना क्षेत्र से 27 सितंबर को जिले में गोंद कौशल्या ठाकुर, मोनसुता ठाकुर, मिंटू ठाकुर के लॉज मॉल शामिल हुए। फिर सभी ने तीनो कंकालों के स्मारक की नींव रखी। जांच में पाया गया कि तीन लोगों की हत्या की गई थी। एसपी वैभव बैंकर ने इस मामले का खुलासा किया है।

जानिए क्या है पूरा मामला

बाद में तेलंगाना क्षेत्र के निर्वासन गांव में नरकंकाल से लेकर पूरे इलाके में तबाही मचाई गई। मामले की जानकारी में समुद्र तट पर और जगह को पूरी तरह से सील कर दिया गया। फिर फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया. फोरेंसिक टीम की पहुंच के बाद समुद्र तट पर नरकंकाल की जांच की गई और डीएनए परीक्षण के लिए भेजा गया। नरकंकाल की पहचान नमूने ने अपने कपड़ों से की। 27 सितंबर को लापता महिला, उसकी बेटी और बेटे की मौत हो गई थी। वहीं पहचान होने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अवशेषों की शिकायत के आधार पर एसपी से पूछताछ की।

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फैमिली ने बताया कि कुसमी की रहने वाली 35 साल की कौशल्या, 17 साल की मुस्कान और 5 साल की मिंटू ठाकुर 27 सितंबर से लापता थीं। पोर्टफोलियो ने झारखंड के रहने वाले एसपी इंस्पेक्टर आरिफ के खिलाफ शिकायत दर्ज की और कार्रवाई की मांग की। आरोप लगाया गया कि आरिफ अभियोजक महिला और उसके बच्चे को बहला-फुसलाकर ले गया। नागालैंड की पहचान के बाद पुलिस ने उन्हें वहां रखा है।

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