राजानंदगांव . राजनंदगांव नगर निगम द्वारा शहर के गुरु नानक चौक के पास लाखों रुपये खर्च कर खाद्य न्यायालय की तैयारी चालू नहीं हो रही है, क्योंकि अब यह गंदगी में फंसा हुआ है। इसके साथ ही यहां बने शेयरों में भी असामाजिक तत्वों की खोज की गई है,जिसके कारण अब यह मलबे में टुकड़े होते जा रहे हैं। नगर निगम और प्रशासन की डिवेलपमेंट के कारण करोड़ों रुपये से तैयार फूड कोर्ट का फायदा लोगों को नहीं मिल पा रहा है।
मलबे में हो रही शीट
राजनांदगांव नगर निगम द्वारा लगभग 7 वर्ष पहले लाखों रुपये खर्च कर फास्ट फूड कोर्ट का निर्माण किया गया था, जिसमें लोगों की सुविधा के लिए कुछ डे फूड कोर्ट भी चालू किया गया था। फ़्रैंचाइज़ी के कारण फ़्रैंच कोर्ट बंद हो गया, फ़्राईचर्ड कोर्ट में लगभग आठ फ़्राईज़ बनी हुई हैं। उपयोग नहीं होने के कारण दुकान में अब अवशेष मिलता जा रहा है। असामाजिक तत्वों की वजह से भी किलेबंदी का नुकसान हो रहा है। खाद्य न्यायालय के आस-पास के सामानों में भी मूर्तियां बनी हुई हैं और मूर्तियां भी बनी हुई हैं।
असामाजिक तत्वों की पहचान
फूड कोर्ट में बने रेस्तरां और आस-पास के सामानों में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है, यहां लगातार असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है। नगर प्रशासन निगम के डिजाइन के कारण इसका लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। खाद्य न्यायालय बनने के बावजूद भी चालू नहीं होने से लोगों को सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। लगातार इस क्षेत्र में असामाजिक तत्वों की सक्रियता बनी रहती है।
7 साल पहले हुआ था निर्माण
शहर के गुरु नानक चौक के पास फूड कोर्ट का निर्माण करीब 7 साल पहले हुआ था। कुछ दिनों के बाद यह बंद हो गया। यहां बनी आठ मूर्तियां भी अब अवशेषों में बनी रहती जा रही हैं। इसके साथ ही आस-पास के वास्तुशिल्प में भी अवशेष के कारण मूर्ति भी अब मलबे में जा रही है। नगर प्रशासन निगम के ढांचे और भाषा के अभाव में यह पूरी तरह से खराब हो रही है और लोगों को इसकी सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है।
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पहले प्रकाशित : 11 नवंबर, 2024, 21:49 IST