बिलासपुर: बिलासपुर के कुम्हार परिवार दीपावली के अवसर पर मिट्टी के दिये और मूर्तियां सदियों पुरानी परंपरा को जीवित रखे हुए हैं। उनकी कला केवल मिट्टी के प्लास्टर और मूर्तियां बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही सांस्कृतिक कॉकटेल का एक हिस्सा है। इस वर्ष भी पारंपरिक और आधुनिक डिजाइन वाले दीयों की मांग बढ़ी है, जिससे हर घर में उजाला और संस्कृति का संदेश पहुंच रहा है। कुम्हार परिवार की मेहनत और लग्न से त्यौहार की झलकियां बढ़ायी गयी हैं।
100 साल पुरानी परंपरा को आगे बढ़ा रहे कुम्हार
बिलासपुर जिले के कुम्हार परिवार में 100 साल से भी अधिक पुरानी यह परंपरा जीवित है, हर साल दीपावली के लिए हजारों मिट्टी के दीये और मूर्तियां तैयार की जाती हैं। इस वर्ष भी 20 से अधिक कुम्हार परिवारों ने बाजार की मांग पूरी करने के लिए बड़ी संख्या में पारंपरिक और डिज़ाइनर बनाये हैं।
पारंपरिक और आधुनिक डिजाइनों के डिज़ाइन
इस बार कुम्हारों ने पारंपरिक दीयों के साथ-साथ आकर्षक डिज़ाइनर दीयों का भी निर्माण किया है। युवा कुम्हार विकी प्रजापति कहते हैं कि नई पीढ़ी का हिस्सा बने वे भी इस पुश्तैनी काम को पूरे परिवार के साथ मिलकर कर रहे हैं और दीयों की थोक और दुकान दोनों तरह की बिक्री कर रहे हैं।
पूरे परिवार की मेहनत से बने हैं
वह कुम्हार महंत प्रजापति का कहना है कि 13 साल पुरानी मिट्टी की मूर्तियां और पत्थर बनाए जा रहे हैं। इस बार पूरे परिवार ने मिलकर हजारों दीये और मूर्तियां बनाई हैं। साज-सज्जा वाले दीयों और साज-सज्जा को तैयार करने में आधे से एक घंटे का समय लगता है, जिसमें स्थानीय सामान भी शामिल होता जा रहा है।
मिट्टी के दीयों की विशेष मांग
त्योहार के समय मिट्टी के दीयों की मांग बढ़ती है। बिलासपुर के कुम्हारों की कला और मेहनत का अभिनय करते हुए स्थानीय लोग हर साल इन दियों का उपयोग करते हैं। इस वर्ष भी कुम्हार परिवार ने पारंपरिक और आधुनिक दीयों का निर्माण कर शहर के हर घर में रोशनी और उत्सव का माहौल बनाने का काम किया है।
संजोई परंपरा से संजोई परंपरा
कई कुम्हार परिवार अपनी आने वाली परंपरा को भी इस पारंपरिक कार्य में जोड़ रहे हैं। हर साल दीपावली के इस पर्व में माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। डायन का प्रकाश अंधकार को दूर करके सकारात्मकता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इस बार भी, कुम्हारों के बनाये पारंपरिक दिये बिलासपुर के हर घर में उत्साह और उल्लास का संचार।
टैग: बिलासपुर समाचार, छत्तीसगढ़ खबर
पहले प्रकाशित : 29 अक्टूबर, 2024, 13:03 IST