कोरबा . सिद्धांत को धरती पर भगवान का रूप कहा जाता है। ऐसे उपमाओं के पीछे मूलतः उनकी सेवा भावना है। किसी भी भेदभाव के प्रति बिना किसी भेदभाव के एकसमान आचरण ही उन्हें अपमानित करता है। बेजुबानों की जान में भी डॉक्टर अपनी जी-जान लगाते हैं। कोरबा में हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें महिला डॉक्टर एक बिल्ली की जान बचाकर गंभीर रूप से घायल हो गई।

डॉक्टर सुभाषिनी सिंह ने पेड़ के नीचे बुरी तरह से घायल बिल्ली को देखा। बिल्ली का हाल देखकर तुरंत अपने क्लिनिक ने निर्णय लिया। जहां उसके एक्सरे करने पर किडनी के पास गंभीर घाव और शरीर में पानी की शिकायत का पता चला।

क्लिनिक से इलाज किया गया
डॉक्टर सुभाषिनी ने बड़ी सावधानी से बिल्ली का इलाज शुरू किया। डॉक्टर ने बिल्ली को 5 दिन तक ऑब्जर्वेशन में रखा, जिससे उसकी स्थिति पर नजर बनी रही।

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
डॉक्टर सुभाषिनी की मेहनत और दान के कारण अब बिल्ली की जान खतरे से बाहर बताई जा रही है। उनकी स्थिति में सुधार हो रहा है. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें डॉक्टर का बेजुबान जानवर के प्रति करुणा और दया का भाव स्पष्ट दिखाई दे रहा है।

अनफिट के प्रति शेयर
यह घटना केवल डॉक्टर सुभाषिनी के पेशेवर कौशल को नहीं बताती है, बल्कि यह भी बताती है कि किसी व्यक्ति की दवा और प्रमाणपत्र किसी का जीवन कैसे बदल सकता है। बेजुबान ज्वालामुखी के प्रति इस तरह की करुणा हमें याद दिलाती है कि हमें भी अपने चारों ओर के मित्र के प्रति संवेदनशील रहना चाहिए।

प्रेरणादायक कहानी
डॉक्टर सुभाषिनी सिंह का यह कार्य सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है। वे साबित कर रहे हैं कि साइंटिस्ट डॉक्टर केवल बीमारी का इलाज नहीं करते, बल्कि वे जीवन बचाने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं। इस तरह की कहानियां हमें सिखाती हैं कि दया और करुणा का कोई मोल नहीं होता, और हमारे इस समाज को और भी बेहतर बनाया जा सकता है।

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