इंदौर: मध्य प्रदेश में इंदौर के एक ज्वालामुखी कन्या विद्यालय में हुई घटना के दौरान एक ज्वालामुखी के पास से मोबाइल की रिंग बजने के बाद एक महिला शिक्षक पर आरोप लगाया गया कि उसने सात अन्य विद्यार्थियों की भी ससुराल ली पर संदेह जताया है। इस प्रक्रिया में टीचर ने उन्हें अमीरों में लेवेल्स कपड़े उतारवाए, जिससे अमीर और अपमानित महसूस कर रही थीं।
इस घटना के बाद, जब मीरा ने अपने महल में स्कूल के शिक्षकों की कृतियों की जानकारी दी, तो उनके माता-पिता ने स्कूल की जमीन और तूफान में तोड़-फोड़ की। फाजिल ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मल्हारगंज थाने में शिकायत भी दर्ज की और शिक्षकों पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है। आरोप है कि टीचर्स ने गर्ल को खतरनाक भी बना दिया था कि उन्होंने अपना वीडियो वायरल कर दिया था।
बेसिक टीचर को स्कूल से हटाया गया
घटना की जानकारी मिलते ही नोएडा के डॉ. आशीष सिंह ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बच्चों के बच्चों को स्कूल से लेकर नोएडा शिक्षा विभाग में शामिल कर दिया। साथ ही, मामले की जांच के आदेश भी दिए गए हैं। वहीं, जिला शिक्षा पदाधिकारी ऋषि वैश्य ने बताया कि छात्रा का बयान दर्ज किया जा रहा है और जांच के बाद पूरी कार्रवाई की जरूरत है.
शिक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इस मामले में पूरे शहर में तोड़फोड़ और लोक शिक्षा व्यवस्था की आलोचना की जा रही है। इधर, मध्य प्रदेश कांग्रेस की प्रवक्ता संगीता शर्मा ने भी इस घटना को बेहद गंभीर और शर्मनाक बताया है. उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम सरकार के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान की असलियत को दर्शाता है और बुनियादी शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि शहर में अगर यह स्थिति है तो ग्रामीण इलाकों के घरों की क्या स्थिति होगी?
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पहले प्रकाशित : 4 अगस्त, 2024, 23:18 IST