बिलासपुर: नीति आयोग, बिलासपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड और अटल टिंकरिंग लैब के संयुक्त द्वीप में शनिवार को दो दिव्य राज्य टिंकरथॉन 2024 का कार्यक्रम बेस्टाई इंदौर स्टेडियम में आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में 267 स्कूलों के 800 से अधिक छात्रों ने भाग लिया। इस टिंकरथॉन में परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के लिए इलेक्ट्रानिक कंट्रोल बोट, प्राकृतिक आपदा प्रबंधन के लिए सैटेलाइट, जलकुंभी सफाई मशीन और दृष्टिबाधितों के लिए स्मार्ट स्टिक जैसे नवोनमेशी प्रोजेक्ट्स प्रस्तुत किए गए। ये देवता देश के विकास और आपदा प्रबंधन में नई दिशा प्रदान कर सकते हैं।

समस्या समाधान के लिए नवीनता
टिंकरिंग लैब के प्रभारी डॉ. धनंजय पैंडेज़ ने बताया कि इस कार्यक्रम में बच्चों ने अपने उत्पादों के समाधान के लिए विभिन्न नवाचार किए हैं। स्थानीय बच्चों के इन प्रोजेक्ट्स को देखकर सीख रहे हैं, जिससे वे भी अपने आस-पास के प्रोजेक्टों का समाधान निकालने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।

क्रिएटर्स कंट्रोल बोट: बायोडेटा के लिए एक नई उम्मीद
लोयला स्कूल के छात्रों ने एक मेगाकंट्रोलर कंट्रोल बोट का अनावरण किया। यह बोट 2 किमी की दूरी तक पूर्वावलोकन कार्य करने में सक्षम है और इसे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है। एडवांस्ड सेंसर का उपयोग इसमें किया गया है, जिससे डिजाइन कार्य बिना जान जोखिम के डाला जा सकेगा।

उपग्रह दिशा और तृषा मिशन
कोरिया जिले के छात्र सुजल सोनी ने प्राकृतिक आपदाओं का आकलन करने के लिए एक उपग्रह तैयार किया है। यह उपग्रह जंगल की आग, बाढ़ और समुद्री तूफान जैसी आपदाओं का पुनर्वास करने में मदद करना चाहता है। छात्र का कहना है कि मामूली बदलाव के बाद यह उपग्रह प्रक्षेपण के लिए तैयार है, जिससे आपदा में क्रांति आ सकती है।

जलकुम्भीस्वच्छता के लिए वॉटर जलसिंथ मेकर
बिलासपुर मल्टीपार्पस स्कूल के छात्रों ने तालाबों और नदियों में जलकुंभी की सफाई के लिए वॉटर हाइसिंथ मोटर मशीन बनाई है। इस मशीन का उपयोग जल प्रदूषण की सफाई के लिए किया जाता है, जिससे जल प्रदूषण को कम करने में मदद मिलती है। स्मार्ट सिटी कमिश्नर ने इस आविष्कार की सराहना करते हुए इसे बड़े पैमाने पर उपयोग करने की योजना बनाई है।

स्मार्ट स्टिक के लिए दृष्टिबाधितों
कोरबा के छात्रों ने दृष्टिबाधित लोगों के लिए एक स्मार्ट स्टिक विकसित की है। इस स्टिक में अल्ट्रा सोनिक सेंसर और सब्सट्रेट सिस्टम है, जो चलने के दौरान लकड़ी का संकेत देता है। यह नवोन्मेषी दृष्टिबाधित लोगों के दैनिक जीवन में झलक को कम करना और इसे नए सिरे से बाजार में लाने की योजना है।

भारत की ओर एक कदम विकसित करें
मंत्री तोखन साहू ने टिंकरथॉन 2024 के लॉन्च के दौरान कहा कि इस तरह के केंद्रीय नवाचार और वैज्ञानिक सोच 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने में मदद करेंगे। ऐसे आयोजनों से बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण और नवाचार की भावना विकसित होती है, जो देश के आभूषणों की भविष्य की स्थापना करता है।

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