मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ ताजा खबरें अपडेट: मध्य प्रदेश के इंदौर के सिमरोल स्थित आईआईटी के सेंट्रल स्कूल में बम सेंधमारी की धमकी मिली है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के नाम से खतरनाक भरा ई-मेल भेजा गया है। 15 अगस्त के दिन स्कूल को ख़तरनाक घोषित कर दिया गया। विद्यालय के सुरक्षा अधिकारी ने इसे लेकर शिकायत दर्ज कराई है। आईआईटी पैटेल की सुरक्षा दी गई है। बिना आईकार्ड किसी को भी एंट्री नहीं दी जा रही है। सिमरोल थाना पुलिस सहित साइबर टीम मेल की जांच जारी की गई है।
जबलपुर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्स्टेंट रिवॉल्यूशन का लॉन्च हुआ। विपक्ष के साथ मुख्यमंत्री मोहन यादव राउंड द टेबल पर चर्चा कर रहे हैं। एग्रो और फार्मास्युटिकल, टेक्सटाइल एंड गारमेंट, डिफेंस एंड एरोस्पेस, वॉक्स और माइनिंग प्लांट पर सेशन होगा। मध्य प्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर में होने जा रहे रीजनल इंस्टीट्यूट कंज्यूमर प्रॉपर्टीज में 80 हजार से 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश आने की उम्मीद में निवेशक दीपक सक्सेना ने की है। रिजनलैन इंस्टिट्यूट को लेकर उन्होंने कहा कि ज्योग्राफिकल कंडीशन्स के अकाउंट से जबलपुर और महाकौशल को बहुत छूट मिलती है। हर क्षेत्र में विकास की सूची है। आज का दिन बेहद ख़राब है.
भाई बहन की मौत
मध्य प्रदेश के हरदा जिले के नीमाचाखुर्द गांव में हादसा हो गया। रात घर में सो रहे मासूम भाई बहन को सांप ने डांस किया। बाल नक्ष का इलाज दोरान की मौत। बच्ची स्वाति को गंभीर हालत में भोपाल रेफर किया गया है। बताया जा रहा है कि बच्चा माता-पिता के साथ सो रहे थे। इसी दौरान सांप ने बच्चों को डांस दिया। बच्चे जब समुद्र तट पर पहुंचे तो माता-पिता की नींद खुल गई। फिर से संयुक्त राज्य अमेरिका के बच्चों को लेकर जिला अस्पताल। टिमरनी थाना क्षेत्र की यह पूरी घटना है।
बिलासपुर में मलेरियल को लेकर उच्च संभावना
मलेरिया के विषाणु के मामले के बाद बिलासपुर जिले में उच्च संभावनाएं जारी की गई हैं। मतदाता अवनीश शरण ने बढ़ते मामले को देखते हुए सभी बस्तियों की मांग की है। स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास, पंचायत ग्रामीण, नगर निगम को प्रतिबंध की अनुमति दी गई है। आज मलेरिया के 6 नए केस सामने आए हैं। 4 दिनों में मलेरिया के 24 आरोपियों की पुष्टि हुई है, जिसमें 4 की मौत हो गई है। 5 बच्चों का सिम्स में इलाज चल रहा है। कोटा ब्लॉक के टेंगनमाड़ा, करवा सहित 54 गांव मलेरिया के लिए अति संवेदनशील है। स्वास्थ्य विभाग डोर टू डोर सर्वे कर कैंप लगाकर पीड़ित का इलाज कर रहा है।
वहीं छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में बढ़ते मलेरिया और डायरिया के मामलों को देखते हुए सिम्स में व्यवस्थाएं तय की गई हैं। इसके अलावा गंभीर मरीजों के इलाज के लिए आईसीयू और मलेरिया डायरिया के लिए अलग से वार्ड भी बनाया गया है।