श्रीनिवास नायडू, जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर से बड़ी खबर है. यहां के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में पर्यटकों के बीच आकर्षण तांडव का आकर्षण है। इन चेरेथ ने मेडिकल रिकॉर्ड में करोड़ों रुपये की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया है। ये चूहे यहां भर्ती के ग्लूकोज को भी पी गए हैं। स्कॉलर है कि, ये समस्या साल 2022 से मेडिकल बैंक में दिखाई दे रही है। स्वास्थ्य विभाग इस समस्या से जूझ रहा है, सूरत को जिंदा या मुर्दा धमाके के लिए साल 2022 से 10 लाख रुपये की पेशकश की गई थी।
इसके बाद रायपुर की कंपनी ने चचेराहे को ट्रैक करने का ठेका लिया। तब से कंपनी के कर्मचारी चूहो को कैच में लगे हुए हैं। साल 2022 से अब तक इन तस्वीरों में 30 लाख रुपए खर्च हो गए हैं। कंपनी ने अभी तक 4 हजार से ज्यादा चेहरों को भी पकड़ा है, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। ये म्युचुअल्स आज भी मेडिकल मैनेजमेंट और पेशेंट्स के लिए सिर का दर्द बने हुए हैं। बता दें, हॉस्पिटल में स्टैटिस्टिक्स और स्टाफ नर्सों का एक नंबर भी दिया गया है। इस फोन नंबर पर वे भी नजर डाल सकते हैं। बताया जाता है कि चमड़े को मारा या पकड़ा गया है, कच्चे माल के गोदामों में आतंक मचाया गया है।
जिम्मेदारों ने कही ये बात
इस मामले को लेकर मेडिकल कॉलेज के उपाध्यक्ष बाजारी ने कहा कि सूरत की समस्या अभी बनी हुई है। इन्हें कंपनी द्वारा पैकेज के लिए टेंडर दिया गया है। ध्यान दें, उनकी वजह से कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। कंपनी के कर्मचारियों की लगातार हिस्सेदारी पर पकड़ बनी हुई है। आतंकवाद की स्थिति पर नियंत्रण है। हम इस पर और भी कार्रवाई कर रहे हैं. इसलिए, चूहे अधिकांश आंतक न माचा मित्र।
पहले प्रकाशित : 23 नवंबर, 2024, 09:11 IST