कोरबा: ग्राम बतरा और पोड़ी के इलाके में हाल ही में एक फॉक्स के कॉन्स्टैंट के दावे से भय का अवसाद व्याप्त है। फॉक्स ने देखा कि कुछ दिनों में छह लोगों ने हमला कर दिया, जिसमें चार बच्चे, एक महिला और एक बुजुर्ग शामिल हैं। सभी जोखिमों को मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य केंद्र पाली में भर्ती किया गया है। इस घटना के बाद से नवीनीकरण में भय और स्थिरता दोनों बढ़ रहे हैं।

जंगल में अचानक हुए हमले से कई लोग घायल हो गये
जंगल की ओर जाने वाले पोडि निवासी गीता बाई पर समय रहते फॉक्स ने अचानक हमला कर दिया। इसके बाद नगरहीपारा के 11 वर्ष के योगेश कुमार राज, 11 वर्ष के अंश वीर मरावी और 75 वर्ष के बुजुर्ग लाला राम मरावी पर भी फॉक्स ने हमला कर दिया। इसी प्रकार, सोनसरी के 13 वर्षीय राबर्ट कुमार टेकाम और 11 वर्षीय रितु कुमारी को भी फॉक्स के बयान का सामना करना पड़ा। सभी कुत्तों का मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार किया गया।

वन विभाग पर सुरक्षा की मांग, नवीनतम की सुरक्षा की मांग
घटना के बाद, अद्यतन में वन विभाग के प्रति एक नजर देखने को मिली। बतरा की सरपंच रामायण देवी खुसरो ने पाली वन क्षेत्र के अधिकारी संजय लकड़ा को घटना की जानकारी दी, जिसके बाद वन विभाग की एक टीम प्रभावित क्षेत्र में पहुंची।

रिवोल्यूशन का मानना ​​है कि फॉक्स में पागलपन की स्थिति पैदा हो गई है, जिसके कारण वह बार-बार गांव में खतरनाक हमले कर रही है। इस पर ध्यान देते हुए वन विभाग ने आसपास के इलाकों में मुनादी करवाकर लोगों को रहने की सलाह दी है। विभाग ने यह भी कहा कि लोग जंगल में जाने से सुरक्षित और बेहद सुरक्षित हैं। वन विभाग ने लालच को तत्काल सहायता के तौर पर 500 रुपये की राशि प्रदान की है।

नवीनतम में असुरक्षा की भावना, प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई की मांग
इस घटना ने आतिथ्य के बीच असुरक्षा की भावना को बढ़ाया है। वे जंगल में जाने से डरे हुए हैं, जिससे उनके दैनिक जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। स्थानीय प्रशासन एवं वन विभाग से मांग की जा रही है कि इस समस्या के समाधान के लिए जल्द ही प्रभावी कदम उठाए जाएं, ताकि पटाखों को सुरक्षित वातावरण प्रदान किया जा सके।

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