खड्ग प्रसाद शर्मा ओली ने 15 जुलाई 2024 को नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। फाइल | फोटो क्रेडिट: एपी
केपी शर्मा ओली ने 15 जुलाई को चौथी बार नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली।
नेपाल की सबसे बड़ी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता को रविवार को राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने नेपाल का प्रधानमंत्री नियुक्त किया। वे नई गठबंधन सरकार का नेतृत्व करेंगे, जिसके सामने इस हिमालयी राष्ट्र में राजनीतिक स्थिरता प्रदान करने की कठिन चुनौती है।
72 वर्षीय श्री ओली, पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ का स्थान लेंगे, जो शुक्रवार को प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत हार गए थे, जिसके परिणामस्वरूप श्री ओली के नेतृत्व में नई सरकार का गठन हुआ।
वह संसद में सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस के समर्थन से प्रधानमंत्री बने।
श्री ओली को राष्ट्रपति भवन के मुख्य भवन शीतल निवास में राष्ट्रपति पौडेल ने शपथ दिलाई।
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संवैधानिक जनादेश के अनुसार अब श्री ओली को नियुक्ति के 30 दिनों के भीतर संसद से विश्वास मत हासिल करना होगा। श्री ओली को 275 सीटों वाली प्रतिनिधि सभा (HoR) में कम से कम 138 वोटों की आवश्यकता होगी।
मोदी, खड़गे ने ओली को बधाई दी
इससे पहले आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने श्री ओली को नेपाल का प्रधानमंत्री नियुक्त होने पर बधाई दी और कहा कि वह दोनों देशों के बीच मित्रता को और मजबूत करने के लिए उनके साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हैं।
श्री ओली को बधाई देते हुए श्री मोदी ने कहा, “हम दोनों देशों के बीच मित्रता के गहरे संबंधों को और मजबूत करने तथा हमारे लोगों की प्रगति और समृद्धि के लिए पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग को और बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं।”
कांग्रेस ने भी श्री ओली को उनकी नियुक्ति पर शुभकामनाएं दीं और कहा कि प्रत्येक भारतीय दोनों देशों के बीच सहयोग के बंधन को और मजबूत करने के लिए तत्पर है ताकि एक उज्जवल भविष्य बन सके।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की ओर से हम श्री केपी शर्मा ओली को नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में उनकी नियुक्ति पर शुभकामनाएं देते हैं।”
उन्होंने कहा कि निकट पड़ोसी होने के नाते भारत और नेपाल मित्रता और साझेदारी के अनूठे संबंध साझा करते हैं, जो लोगों के बीच गहरे रिश्तेदारी और संस्कृति के संपर्कों पर आधारित हैं।
श्री खड़गे ने कहा, ‘‘प्रत्येक भारतीय उज्ज्वल भविष्य के लिए आपसी सहयोग के बंधन को और मजबूत करने की आशा करता है।’’