ख़ेम नारायण-इमरान शेख, रायपुर। छत्तीसगढ़ के दक्षिण चिड़ियाघर, गरियाबंद और कांकेर में ज्वालामुखी की चोरी हुई। कांकेर में हुई गैंग के बाद सोलो का भी स्वागत किया गया. इसका वीडियो भी सामने आया है. कांकेर के टेकामेटा में सोलो-नक्सलो के बीच 4 दिन तक गैंग चला गया। सोलो ने 5 रॉकेटों को मारा पिक्सेल में डाला। इस डॉक्युमेंट ऑपरेशन की खास बात यह है कि अचेतमाड के जंगल में अब तक का सबसे खतरनाक ऑपरेशन था। इस कंपनी में स्टॉकहाउसजी, प्रिंसिपल की संयुक्त टीम ने भाग लिया।

दूसरी ओर, साउथ वाइल्डलाइफ़ में भी जवानी के खिलाफ़ ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। यहां भी 21 नवंबर को रात 3 बजे छत्तीसगढ़-ओडिशा सीमा पर डीवीएफ (डिस्ट्रिक वैलिंटियर फोर्स) के एरोसोल की ताकत के साथ सामान हो गया। दोनों तरफ से बेरोजगारी से बेरोजगारी हुई। इसमें एक युवा घायल हो गया था, जबकि, एक पात्र की मृत्यु हो गई थी। बंदूकों ने बंदूक से दो बंदूकें भी बरामद कीं। प्रभु के अनुसार, अभिभावक छत्तीसगढ़ के और सुरक्षित साथियों की तलाश में शबरी नदी पार कर जा रहे थे। इस बात की जानकारी पेंसिल को हो गई। इसके बाद उन्होंने मॅमेल की तैयारी की। टीम ने 3 बजे वाॅलानकास्ट पर हमला कर दिया। इस किसान की पुष्टि ओडिशा पुलिस के डीजी वाइबी खुरानिया ने भी की।

रेलवे ने कर दिया हमला
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में भी पुलिस की गैंग के साथ हुई बातचीत। यह मजदूर जुगाड़ थाना क्षेत्र के अमाढ़ के जंगल में हुई। इस उपकरण में बड़ी मशीनें मिलीं। बता दें, यहां गोदामजी, कोबरा, ओडिशा सर्जनजी और बिल्डर्स की संयुक्त टीम सर्च ऑपरेशन चला रही थी। इस बीच रॉकेट रॉकेट ने रॉकेट्स पर मोर्टार की शुरुआत कर दी। इसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की. पुलिस को भारी भरकम प्रतीकात्मक पद छोड़ कर भाग गये। पुलिस को मशीन से सिंगल शॉट राइफल, शायर साहित्य और अन्य सामग्री मिली है। गरियाबंद एसपी निखिल राखेचा ने भी इस मांग की पुष्टि की है.

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