सिवनी, मध्य प्रदेश के पॉश इलाके आर्चीपुरम में देह व्यापार के आरोप में पुलिस द्वारा छापा मारने की घटना में कुछ और महत्वपूर्ण तथ्य सामने आए हैं। पुलिस को मुखबिर से जानकारी मिली थी कि इस क्षेत्र में एक किराए के मकान में देह व्यापार का धंधा चलाया जा रहा है, जिसमें कई लोग संलिप्त हैं। पुलिस ने इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए आधी रात को छापा मारा, और जो नजारा सामने आया, उसने सभी को चौंका दिया।
घटना का विवरण
छापेमारी के दौरान पुलिस को कमरे में एक महिला और तीन युवक मिले। पुलिस को वहां संदिग्ध गतिविधियां दिखीं, और जब पूछताछ शुरू की गई, तो एक युवक ने खुद को पत्रकार बताया और पुलिस पर रौब जमाने की कोशिश की। उसने दावा किया कि वह पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करता है और इसे लेकर अपना प्रेस कार्ड भी दिखाया। लेकिन पुलिस ने शक के आधार पर उसे हिरासत में ले लिया और मामले की गहराई से जांच शुरू की।
आरोपी
- महिला: पश्चिम बंगाल की निवासी है। जांच में खुलासा हुआ है कि वह पहले महाराष्ट्र में भी इसी तरह के काम में शामिल रही है। ऐसा माना जा रहा है कि इस धंधे में उसकी सक्रिय भूमिका है।
- मोहित यादव: स्थानीय निवासी, जिसने पुलिस को अपने पत्रकार होने का दावा किया। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि वह महिला के साथ मिलकर इस देह व्यापार को संचालित कर रहा था। पुलिस ने मोहित यादव के बयान और उसके दावों की तकनीकी जांच शुरू कर दी है।
- प्रियांक तिवारी: इस मामले में दूसरा आरोपी युवक है, जो पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल उसकी भूमिका की भी जांच जारी है।
- तीसरा युवक: एक अन्य पुरुष भी पुलिस की गिरफ्त में है, जिसकी पहचान अभी सार्वजनिक नहीं की गई है।
जब्त सामान
पुलिस ने मौके से लगभग आठ लाख रुपये कीमत की एक महंगी कार, मोबाइल फोन, प्रेस कार्ड और अन्य संदिग्ध सामान जब्त किया है। माना जा रहा है कि ये सामान देह व्यापार के काम में उपयोग किया जा रहा था।
देह व्यापार के संभावित लिंक
पुलिस की प्रारंभिक जांच से यह संकेत मिले हैं कि इस सेक्स रैकेट का कनेक्शन महाराष्ट्र से भी जुड़ा हो सकता है। महिला के महाराष्ट्र में पहले काम करने की पुष्टि के बाद पुलिस इस दिशा में भी जांच कर रही है। यह भी संभावना जताई जा रही है कि इस गिरोह के अन्य सदस्यों का नेटवर्क अन्य शहरों में भी फैला हो सकता है।
पुलिस का बयान
सीएसपी सिवनी, पूजा पेंडेल ने मीडिया को बताया कि सूचना के आधार पर संयुक्त टीम द्वारा छापेमारी की गई थी। गिरफ्तार किए गए युवक और महिला पत्रकारिता की आड़ में देह व्यापार का काम कर रहे थे। उन्होंने यह भी बताया कि जांच में आरोपी मोहित यादव और उसके साथियों के बारे में तकनीकी डेटा इकट्ठा किया जा रहा है, ताकि पूरे नेटवर्क का पता लगाया जा सके।
भविष्य की जांच
पुलिस इस मामले में डिजिटल फॉरेंसिक विश्लेषण और अन्य तकनीकी साधनों का उपयोग कर रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस नेटवर्क से जुड़े सभी लोगों को पकड़ा जा सके। महिला की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) और वित्तीय लेनदेन की भी जांच की जा रही है ताकि उसके पिछले रिकॉर्ड और अन्य संदिग्धों के बारे में जानकारी मिल सके।