खरगोन: मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के अस्पताल में नवजात शिशु का इलाज किसी दवा या एंटीबायोटिक से नहीं, बल्कि मां की जादुई झप्पी से किया जा रहा है। अस्पताल के एसएनसीयू (नवजाट इंस्टिट्यूट गहन चिकित्सा कक्ष) में कंगारू मदर केयर थायरेपी का उपयोग किया जा रहा है, जिससे प्री-मेच्योर और ड्रियल बच्चे बिना दवा के स्वस्थ हो रहे हैं। यह अनोखी थायरेपी में मां का स्पर्श बच्चों के लिए सबसे बड़ी औषधि साबित हो रही है, जिससे बच्चों की सेहत में तेजी से सुधार हो रहा है।
कंगारू मदर केयर थारेपी क्या है?
कंगारू मदर केयर थायरेपी का नाम कंगारू के व्यवहार से लिया गया है, जो आपके संस्थान को हमेशा अपनी खरीद में सुरक्षित रखता है। इस थायरेपी में मां अपने बच्चे को सीधे अपने सीने से लगाती है, जिससे बच्चे को मां की गर्माहट, दृष्टि और सांसों की यादें मिलती हैं। इस प्रक्रिया से नवजात के शरीर का तापमान स्थिर रहता है, उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, और वह तेजी से स्वस्थ हो जाता है। माँ की अनुपस्थिति में पिता या परिवार के किसी अन्य सदस्य से भी यह शिकायत की जा सकती है।
कैसे हो रही है थायरेपी का फ़ायदा?
एसएनसीयू के प्रभारी डॉक्टर पवन पाटीदार ने लोकल 18 को बताया कि जनवरी 2024 में इस थायरेपी की शुरुआत के बाद से एंटीबायोटिक का उपयोग 63.7 प्रतिशत से नामांकन 17 प्रतिशत पर आ गया है। इसमें बताया गया है कि कंगारू थायरेपी के नवजात शिशुओं पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है, जिससे बिना दवा के बच्चे तेजी से ठीक हो रहे हैं। बच्चों में भी एंटीबायोटिक के दुष्प्रभाव हो रहे हैं।
तीन माह में 78% नवजात स्वस्थ्य
जून, जुलाई, और अगस्त के तीन महीनों में 632 नवजात शिशुओं को एसएनसीयू में भर्ती किया गया, जिनमें से 496 बच्चे कंगारू थेरेपी से ठीक होकर घर लौट आए। इस दौरान मृत्यु दर केवल 11 प्रतिशत रही, जो पहले के पास काफी कम है। रेटिंग दर 78.4 प्रतिशत तक पहुंच गई है, और इसे और बेहतर बनाने का प्रयास जारी है। गंभीर स्थिति वाले कुछ नवजातों को डेकोरेटिव रैफर भी किया गया है, लेकिन ज्यादातर बच्चों के कॉलेज तेजी से हो रहे हैं।
बिना औषधियों की दुकान
विश्वासियों के अनुसार, यह थायरेपी से मां और बच्चे के बीच का बंधन मजबूत होता है, जिससे बच्चे का मानसिक और शारीरिक विकास तेजी से होता है। अस्पताल में भर्ती हर मां को कंगारू थायरेपी की जानकारी दी जाती है, और स्वास्थ्य कर्मियों की झलक में यह प्रक्रिया बताई जाती है। इस थायरेपी ने साबित किया है कि कभी-कभी औषधियों से अधिक प्रभावशाली व्यक्ति का प्यार और स्पर्श हो सकता है।
कंगारू मदर केयर थायरेपी एक सरल, प्रभावशाली और औषधिमुक्त उपाय है, जो नवजात शिशुओं को स्वस्थ बनाए रखने में कामयाब हो रहा है।
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पहले प्रकाशित : 24 सितंबर, 2024, 14:09 IST