छत्तीसगढ़ में प्रोटेस्ट रुट पर प्रोटेस्ट मॅडिया के लिए बनाए गए एंटी क्राइम टीम के नेटवर्क में शामिल का खुलासा हुआ है, जिसे पुलिस विभाग में शामिल किया गया है। रायपुर ए टीएस और साइबर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 2 बफीका टीचर्स के साथ 4 आरक्षकों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से दो रक्षकों से पूछताछ जारी है, जबकि दो अन्य को जेल भेजा जा चुका है। इस मामले में पुलिस तंत्र में भ्रष्टाचार पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं।

एंटी क्राइम टीम पर ही लगा आरोप
बिलासपुर रेंज के आईजी को सूचना मिली थी कि सुपरस्टार की एंटी क्राइम टीम के कुछ सदस्य रैंकिंग में हैं। अधिक मुनाफों के लालच में ये रक्षक शिक्षकों की सुरक्षा कर रहे थे और जब्त किए गए गांजे का अवैध व्यापार कर रहे थे। याचिका में उच्च अधिकारियों की भूमिका का भी ज़िक्र किया गया, जो रक्षकों को अवैध रूप से वैध बनाने का काम कर रहे थे।

रायपुर ए टी ए टी एस की हस्ताक्षरित जांच
शिकायत के बाद मामले की जांच के बाद रायपुर ए के टीके जारी किए गए। एक टास्क ने पिछले छह महीने तक इन अरक्षकों की चुनौती पर नज़र रखने और अध्यापकों के साथ उनके मूल्यांकन का पता लगाया।

टीचर्स की गर्लफ्रेंड से ताजा खबर
24 अक्टूबर को 10 बच्चों के साथ 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया। टीचर्स से पूछताछ में नोबेल के आरक्षक संतोष फोटोग्राफर, लक्ष्मण गाइन, एम चैंपियनशिप बैपरी और सौरभ नाग राजवंशी का नाम सामने आया।

साइबर स्टेट में केसर पोस्ट और त्वरित कार्रवाई
केस की पड़ताल को देखते हुए केश को रेंज साइबर स्टेशन में पोस्ट कर दिया गया। साइबर सेल के टीआइ राजेश मिश्रा की एडवांस में एक टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार आरक्षियों को गिरफ्तार कर लिया, जो अपराधियों से बचने का प्रयास कर रहे थे.

पहले भी गोदाम में पकड़ा जा चुका है एक माल
गिरफ्तार आरक्षकों से 2020 में 123 ग्राम कोकीन पकड़ी गई और 10 महीने की जेल भी हुई। जेल से रिहा होने के बाद उसने बिलासपुर बेलारूस में अपना फेस्टिवल करा लिया और फिर से यह अवैध कारोबार शुरू कर दिया।

अन्य वास्तुशिल्पियों की खोज में संभावित
शिक्षकों और दो आरक्षकों से नौकरी पर पूछताछ की जा रही है, जिससे उम्मीद है कि इस अवैध नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों के नाम भी सामने आ सकते हैं।

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