कोरबा. फल के साथ ही होता है जैमिन एक आयुर्वेदिक औषधि भी। क्योंकि जैमिन के छात्र से लेकर इसके मसाले का उपयोग करके औषधि औषधि बनाई जाती है। लेकिन क्या आपको पता है कि जैमिन की लकड़ी या कंकर का कमाल। यदि आपकी छत की खराब पानी की योजना में जल्दी काई दिखती है और पानी दिखाई देता है। ऐसे में इसके इस्तेमाल से मछली का पानी जल्दी खराब नहीं होगा।
आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉक्टर नागेंद्र शर्मा ने बताया कि जैमिन की लकड़ी का टुकड़ा, पानी की टंकी में रख तो डंके की चोट पर, हरी काई जमी नहीं और पानी भी नहीं मिलेगा। जामिन की इस खूबी के कारण इसका इस्तेमाल नाव बनाने में बड़े पैमाने पर हुआ था। पहले के समुद्र में जब कुने की खुदाई होती थी तो उसके तलहटी में जामीन की लकड़ी का प्रयोग किया जाता था जिसे जमोट कहा जाता है।
स्वास्थ्य की दृष्टि से विटामिन सी और आयरन से भरपूर जैमिन शरीर में न केवल हीमोग्लोबिन की मात्रा प्राप्त होती है बल्कि पेट में दर्द, एलर्जी, गठिया, पेचिस, पाचन संबंधी कई अन्य समस्याओं को ठीक करने में अत्यंत उपयोगी है। जॉन के जिंक में एंटी डायबिटिक गुण पाए जाते हैं, जो रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है।
हर व्यक्ति को अपने घर के पानी में जामिन की लकड़ी का एक टुकड़ा जरूर रखना चाहिए। आपको जायरीन की लकड़ी को घर लाना है और अच्छी तरह से साफ-सफाई करके पानी की टंकी में डालना है। इसके बाद आपको फिर से पानी के खिलौने की साफ-सफाई की जरूरत नहीं पड़ेगी। यदि आप अपनी छत पर पानी की मंज़िल में जामिन की लकड़ी की दाल देते हैं तो आपके पानी में कभी काई नहीं जमेगी। आपके पानी में क्लासिक हॉस्टल और उनकी टी-डी-डीज़ डॉक्यूमेंट्री रहती हैं।
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पहले प्रकाशित : 31 अगस्त, 2024, 23:03 IST