रायपुर:- छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से विवाह के लिए हलचल तेज हो गई है। नवंबर से फरवरी तक विवाह के शुभ उत्सवों का भ्रमर है और इस सीजन नवविवाहित जोड़ों के लिए खुशियों और नई शुरुआत का संदेश लेकर आ रहा है। राजधानी रायपुर के ज्योतिषाचार्य और पंडित मनोज शुक्ला के अनुसार, ज्योतिष में विवाह कराना शुभ माना जाता है, जिससे विवाह बंधन में बंधने वाले जोड़ों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। ज्योतिषाचार्य का कहना है कि शुभ उत्सव में विवाह करने से दाम्पत्य जीवन में शांति, स्मृति और आनंद बना रहता है।

इस दिन से शुरू होगी शादी
ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज शुक्ला ने स्थानीय 18 को बताया कि छत्तीसगढ़ में सनातन धर्म की प्रथा और परंपरा को विशेष महत्व के साथ लागू किया जाता है। यहां की पारंपरिक परंपरा के अनुसार देवउठनी विवाह के साथ विवाह का कार्य प्रारंभ होता है। पंचांग होने से इस बार 22 नवंबर को विवाह का उत्सव शुरू होने की बात कही गई है। देवउठनी एकादशी 12 नवंबर को है और 22 नवंबर से विवाह का शुभ उत्सव शुरू होगा। नवंबर में इस बार 3-4 बार भूकंप आया है। दिसंबर में भी 5-6 महीने हैं। इस तरह नवंबर और दिसंबर में विवाह के लिए 8 से 10 शुभ मुहूर्त होते हैं।

इस तिथि को विवाह का शुभ मुहूर्त
पंडित मनोज शुक्ला ने लोकल 18 को आगे बताया कि नवंबर में 22, 23, 27 के अलावा दिसंबर में 4, 6, 7, 12, 14 और 15 को विवाह का शुभ संकेत है। इसके बाद खरमास लग जाता है, जो एक महीने के लिए होता है। आजकल में विवाह मांगलिक कार्य की तरह होता है। 15 दिसंबर से मकर संक्रांति यानी 14 जनवरी तक विवाह सहित मांगलिक कार्य बंद रहते हैं। इसके बाद पुनः विवाह के शुभ उत्सव की शुरुआत होगी। जिन परिवारों ने अभी तक शादी की तारीख तय नहीं की है, वे ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज शुक्ला इन शुभ निमंत्रणों का लाभ उठा सकते हैं और अपने बच्चों की शादी की तैयारी शुरू कर सकते हैं।

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अस्वीकरण: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्यों और आचार्यों से बात करके लिखी गई है। कोई भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि संयोग ही है। ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है। बताई गई किसी भी बात का लोकल-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है।

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