बुरहानपुर. दीपावली एक ऐसा पर्व है, जो हर किसी को उत्साह भर देता है। लेकिन कुछ गरीब और बेसहारा लोग ऐसे भी होते हैं, जहां पास के रेस्तरां में साधन-संपन्नता नहीं होती। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में महिलाओं का एक संगठन पिछले दो वर्षों से लोगों के चेहरे पर भी खुशी का काम कर रहा है। यह आपके घर की महिलाएं अपने घर के खर्च से बचाई हुई राशि से इन मिज़ाजों को मिठाई और मिठाईयां बनाकर अपनी दिवाली को खा रही हैं। जैसे ही ये लोग कपड़े और मिठाई की दुकान करते हैं, उनकी दाढ़ी पर खुशी की झलक साफ नजर आती है।

महिलाओं ने दी जानकारी
लोक 18 की टीम ने जैन एकता महिला मंच के सदस्य ऋतु जैन से कहा कि उनके संगठन का मुख्य उद्देश्य गरीबों और बेसहारा लोगों की मदद करना है। संगठन की शुरुआत में सिर्फ 20 महिलाएं थीं, लेकिन समाज सेवा के कार्यों को देखने के बाद आज यह संख्या 100 हो गई है। सभी महिलाएं अपने घर के खर्च से बचत करके राशियाँ निर्धारित करती हैं, जिससे वे कपड़े और खाद्य पदार्थ खरीदकर गरीबों में वजन कम कर देती हैं। इन गरीब लोगों के चेहरे पर भी दिवाली का उत्साह और मुस्कान नजर आती है।

इस वर्ष भी 100 लोगों को मदद मिलेगी
संगठन की महिलाओं का कहना है कि वे उन गरीबों के लिए अनुष्ठान करते हैं, जहां वास्तव में पास के लिए उत्सव के साधन नहीं होते हैं। उनके बच्चों की पोशाकें और मिठाईयां यह सुनिश्चित करती हैं कि वे भी दीपावली पर नए कपड़ों की खुशियों में शामिल हों। इस बार ऑर्गनाइजेशन ने 100 लोगों की मदद की है, जबकि पिछले साल भी 100 लोगों की मदद की गई थी। इस तरह, ऑर्गनाइजेशन ने दो साल में करीब 40 हजार रुपये से ज्यादा राशि खर्च करके 200 लोगों की मदद की और उनके घर पर अतिरिक्त कपड़े भी बांटे हैं।

पहले प्रकाशित : 31 अक्टूबर, 2024, 17:01 IST

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