रायपुर. छत्तीसगढ़ के ब्याज से बड़ी खबर है. यहां बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (सीमा सड़क संगठन-बीआरओ) ने बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (सीमा सड़क संगठन-बीआरओ) के मुखिया हिडमा के गढ़ में सड़क बनाई है। यह अवैध है, जहां हिडमा का विशिष्ट प्रभाव है। यहां कोई भी और कभी भी सड़क का निर्माण नहीं कर पाता। वैज्ञानिक है बीआरओ दुर्गम स्थान, पहाड़ों पर सड़कें बनाने के लिए जाना जाता है। छत्तीसगढ़ का प्रभावशाली प्रभावशाली क्षेत्र आपके लिए सबसे पहला आकर्षण है, जहां बीराव ने काम किया है। बीआरओ के अधिकारी ने बताया कि टीम 25 नवंबर से बीजापुर में सड़क निर्माण का काम शुरू कर देगी।
वर्ष 2004 से 2006 तक इस इलाके में पुरातात्विक हिंसा चरम पर थी। उस वक्त बीआरओ ने जगदलपुर-गीदम (दंते नवादा) के बीच 100 किमी लंबी सड़क बनवाई थी। यह सड़क अभी भी सुपरमार्केट की सबसे बेहतरीन सड़कों में से एक है। इस बार की टीम ने गुड़गांव पुरालेख क्षेत्र में रोड निर्माण का बीड़ा उठाया है। यहां दो सड़कें बनाई जाएंगी। एक सड़क ऑर्केस्ट्रा के मुखिया हिडमा के गांव पूर्वार्टी सेगर सिल तक बनाई जाएगी। जबकि, दूसरी सड़क टेरम से कोंडापल्ली तक बनाई जाएगी।
2021 में 23 जवान मारे गए
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, हिडमा का गांव पूर्वार्टी टेकुलगुडा से दो किमी दूर है। यहां अप्रैल 2021 में माओवादियों ने घाट बागान पर हमला कर दिया था. इस हमले में 23 युवा मारे गये थे. 17 मई 2021 को सिल्गर में पुलिस की गोलीबारी में तीनवाले गांव में मारे गए थे. उस वक्त वहां मौजूद शक्तिशाली ने प्रदर्शन किया था। नक्सलियों का गढ़ होने की वजह से स्थानीय पारंपरिक काम से संन्यास ले लिया जाता है। इस कारण से सरकार के कई प्रोजेक्ट के टेंडर कोई नहीं उठाता।
पहले प्रकाशित : 27 नवंबर, 2024, 10:57 IST