बुरहानपुर. मध्य प्रदेश से अनोखी शादी की एक परंपरा सामने आ रही है। बुरहानपुर में गुर्जर साली सकल पंच समाज की ओर से 32 साल से सामूहिक विवाह संपन्न हो रहा है। इसमें फिजूल खर्च को रोकने के लिए अनोखी जगहें मिलती हैं। समाज तुलसी द्वारा विवाह के दिन रात्रि 12:00 बजे विवाह के इच्छुक इंजीनियर जाते हैं। यहां पर जो भी युवा-युवती परिणय सूत्र में शामिल हैं, उन्हें समाज आशीर्वाद का परिचय दिया गया है। इस बार भी 6 परिणय सूत्र में जोड़े गए।
गुर्जर साली सकल पंच समाज के अध्यक्ष रिहायशी जरीवाला ने लोकल 18 को बताया कि 32 साल पहले फि जुलार्ची पर रोक के लिए सामूहिक विवाह की शुरुआत की गई थी। बुरहानपुर में गुर्जर साली सकल पंच समाज एक ऐसा समाज है, जहां तुलसी विवाह से ही विवाह की शुरुआत होती है। इसके बाद मध्य प्रदेश में रोमांस की शुरुआत होती है। हमारे समाज में सबसे पहले विवाह होते हैं, इसलिए इस विवाह में सबसे बड़े दूर-दूर से लोग आते हैं। इस बार 6 परिणय सूत्र में जोड़े गए। आपका आशीर्वाद एमपी, महाराष्ट्र और गुजरात से लोग हुए।
सिर्फ तीन रुपयों में एक विवाह
समाज ने इस बार एक जोड़ा से 25000 रुपये लिए हैं, जिसमें समाज की ओर से सामूहिक भोज का आयोजन भी किया गया। विवाह स्थल पर पूरी तैयारी की जा चुकी है। सोसायटी का मुख्य उद्देश्य जूली फ़र्ज़ी को लाभ पहुंचाना और गरीब परिवार के लोगों को सहायता प्रदान करना है, ताकि उन्हें विवाह के लिए कर्ज़ न लेना पड़े। इसलिए सामूहिक विवाह की शुरुआत हो चुकी है। विवाह को लेकर समाज 6 महीने पहले से तैयारी शुरू कर देता है।
पहले प्रकाशित : 13 नवंबर, 2024, 22:44 IST