अगर कांग्रेस छत्तीसगढ़ में जीती, तो कौन होगा मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे? डिप्टी CM सिंहदेव ने दिया जवाब


नई दिल्ली. छत्तीसगढ़ के सॉफ्टवेयर टी.एस. सिंहदेव ने रविवार को कहा कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री बिग बी के ‘सामुहिक नेतृत्व’ में लड़ाई होती है और अगर पार्टी जीतती है, तो मुख्यमंत्री पद के लिए बघेल का नाम ‘सबसे आगे’ रहेगा। सिंहदेव ने पीटीआई भाषा के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि अगर किसी भी स्थायी मुख्यमंत्री को नहीं हटाया जाता है, तो इसका मतलब यह है कि वह पार्टी अपने विश्वास का प्रदर्शन करती है, जो टीम (पार्टी) सत्ता में आती है वह सक्षम होती है और जीत के बाद ‘कप्तान को क्यों बदला जाना चाहिए।’

उन्होंने यह भी भविष्यवाणी की है कि कांग्रेस 90 लावारिस विधानसभा में एक और शानदार नामांकन बैठक की संभावना है। राज्य में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि कुछ लोग उनकी पार्टी के लिए 75 से ज्यादा सीटों का अनुमान लगा रहे थे, लेकिन उनका अनुमान 60 से ज्यादा सीटों का है। वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 68 सीटों पर जीत दर्ज की थी।

यह पूछे जाने पर कि क्या पिछले महीने उन्हें पूरा करने के बाद बैल और उनके (सिंहदेव के) बीच तनाव की बात हो गई है, सिंहदेव ने कहा, ‘वास्तव में कोई दरार या दुश्मनी नहीं थी, हम दोनों मिलकर काम कर रहे थे। ‘प्रमुख वर्ष के पद के लिए (मुख्यमंत्री पद) साझा करने की पेशकश थी और मुझे लगता है कि यह हमारे साथ-साथ है कि हम दोनों हर तरह से प्रभावशाली साझेदारी कर रहे हैं।’

उन्होंने कहा, ‘वह समय गुजर चुका है। यहां तक ​​कि जब उन मामलों पर चर्चा हो रही थी, तब भी हम अपनी क्षमता के अनुसार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे थे।’ यह पूछे जाने पर कि उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में विश्वास वर्ष का आह्वान नहीं मिलने पर ‘विश्वासघात’ की भावना क्यों महसूस हुई, उन्होंने कहा, ‘मैं इसे विश्वास के रूप में नहीं देखता हूं। मैं इस निर्णय को दृष्टिगत रूप से देखता हूं जो अलाकमान कहते हैं, यह उनका निर्णय है।’ सिंहदेव ने कहा, ‘यह कोई संदेह नहीं है क्योंकि यह अलकमान का निर्णय है और हम उसका पालन कर रहे हैं।’

यह जानने के लिए कि वह किस रोल में हैं या किस रूप में देखते हैं, इस पर सिंहदेव ने कहा कि ‘प्रोटोकॉल’ के तहत वह पहले से ही ‘नंबर दो’ (दूसरे स्थान पर) हैं। उन्होंने कहा, ”हमारे पास ये आधिकारिक स्टिकर हैं। मुख्यमंत्री ने मुझे अपने बाद का स्थान दिया था। वह ‘नंबर एक’ हैं और मैं ‘नंबर 2’ हूं और ताम्रध्वज साहू जी ‘नंबर 3’ हैं। मैं अभी भी ‘नंबर 2′ के साथ एक अतिरिक्त पदनाम हूं। मैं प्रमाणित हूं, इसलिए मुझे विश्वास है कि ज्यादातर लोग इसे फ़्रॉच के रूप में देख रहे होंगे।’ सिंहदेव ने टीपी-भाषा को फोन पर बताया, ‘…अब मैं वह मंत्री हूं, जिसमें एक अन्य को भी नियुक्त किया गया है। मैं पार्टी अलकमान और प्रतिष्ठा भाई का बहुत बड़ा सितारा हूं।’

यह पूछे जाने पर कि क्या सभी मुद्दे अतीत की बातें हो गए हैं और पार्टी छत्तीसगढ़ में एकजुट है, सिंहदेव ने दावा किया कि (पार्टी के) नेता पहले भी एकजुट थे। कांग्रेस के नेता ने कहा, “यह दुर्भाग्य (बघेल-सिंहदेव के बारी-बारी से पचास साल के लिए मुख्यमंत्री पद पर आसीन होने का) बार-बार प्रेस में आ रहा था, इसलिए निश्चित रूप से तनाव था। इंस्टाल भाई के लिए हर समय उत्तर देना कठिन हुआ। मेरे लिए भी इस संबंध में मीडिया या हमारे सहयोगियों को जवाब देने की कोशिश करना बहुत मुश्किल था।”

यह पूछे जाने पर कि वास्तव में उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में एक साल का कार्यकाल देने का वादा क्या किया गया था, सिंहदेव ने कहा कि ऐसी कई चर्चाएं हैं, जो बंद के पीछे हैं। सिंहदेव ने कहा, “पार्टी आलाकमान ने इस सशक्त वर्ष (के पद) के बारे में कभी कुछ नहीं कहा, इसलिए मैं स्थिति पर कोई टिप्पणी नहीं कर रहा हूं।” बंद दरवाजे के पीछे वाली चर्चाओं की गरिमा बनाए रखनी चाहिए।”

सिंहदेव ने कहा कि 28 जून को जब राज्य के नेता यहां पार्टी के शीर्ष नेताओं से मिले थे, तब उन्होंने यह निर्णय लिया था कि “सामुहिक नेतृत्व के साथ चुनाव लड़ेंगे, सामुहिक नेतृत्व के साथ संघर्ष करेंगे।” सिंहदेव ने कहा, “जाहिर तौर पर अगर हम इस पद पर जीतते हैं, तो वह (बघेल) मुख्यमंत्री पद के लिए विचार करने वाले पहले व्यक्ति होंगे।”

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