रायपुर. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकतंत्र को चुनौती देते हुए कहा कि उग्रवाद पर अंतिम प्रहार करने का समय आ गया है। वे छत्तीसगढ़ के रायपुर में माओवादी खतरे को लेकर एक बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि आने वाले 2 में दोस्तीवाद को सफाया कर देंगे।
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा, ”हमारा फेल है कि हम मार्च 2026 तक देश को वाम उग्रवाद से मुक्त कराएंगे। बिहार, झारखंड, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और कमोबेश महाराष्ट्र के छात्र से मुक्त हुए हैं। ये भारत सरकार की बहुत बड़ी उपलब्धि है।”
उन्होंने यह भी कहा कि 4 दशक में पहली बार बौद्ध धर्म में गिरावट आई है। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, ”नक्सली हिंसा के अब तक पूरे देश में कुल 17 हजार लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 2004-14 की तुलना में 2014-24 के दौरान स्मारक स्मारकों में 53 प्रतिशत कारण और सहयोगी हमलों की वजह से होने वाली मंज़िल में 70 साल तक की कमी है।”
एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश में हो रही ज्वालामुखी की चुनौती को लेकर चुनौती से जुड़े एक सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा, ”हम अलग-अलग बेरोजगारों के नुमाइंदों को बुला रहे थे और विस्तृत तरीके से इस पर चर्चा हो रही है।” विश्वास की प्रक्रिया निश्चित समय पर शुरू होगी।” उन्होंने यह भी कहा कि आधारभूत संरचना से सेना को बाहर नहीं निकाला जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ”2014 से अब तक यूएई से प्रभावित 273 नए जापान के नागालैंड में बनाए गए हैं। पिछले एक साल में गृह मंत्रालय की एयर विंग मजबूत हुई है। उन्हें हेलिकॉप्टर और एरोप्लेन की भर्ती की गई है। छत्तीसगढ़ की सरकार बहुत अच्छा काम कर रही है। सुरक्षा में जो खामियाँ थीं, उसे कम कर दिया गया है।” उन्होंने कहा, “आज हमारे सीएएफ वामपंथियों से मोर्चा लेने के साथ-साथ विकास की भी रखवाली कर रहे हैं। पूरे छत्तीसगढ़ में बहुत ज्यादा शानदार है।”
इस साल अब तक राज्य में अलग-अलग गुटों में सुरक्षा बलों ने 142 तारों को मारा है। हाल ही में लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान शाह ने कहा था कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार चुने जाते हैं तो अगले तीन साल में छत्तीसगढ़ से लोकसभा चुनाव का खात्मा हो जाएगा।
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पहले प्रकाशित : 24 अगस्त, 2024, 19:44 IST