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सागर: मध्य प्रदेश के सागर विश्वविद्यालय पेट्रोलियम में लगातार चार दिन से पर्यटन का दौर चल रहा है। यह तेंदुआ कभी छात्रों को नजर आता है तो कभी सुरक्षा को नजर आता है। फोटो-वीडियो सामने आने के बाद पूरी फिल्म में नजर आ रही है। यह पैंथर सबसे पहले बॉयज ऑर्केस्ट्रा के पास देखा गया था। इसके बाद बिल्कुल विपरीत दिशा में गर्ल्स स्टूडेंट के पास दिखाई दी।
वहीं, परिसर में बने पोस्ट ऑफिस के पास एक पत्थर ने ज्वालामुखी को रोड क्रॉस करते देखा। इसके बाद जंगल से लगे रमन और भाभा अख्तर के पास भी तेंदुआ देखा गया। असैनिट के आधिकारिक आवेदन में भी इसका परिचय दिया गया है। दो-तीन प्रमुख सप्ताहांतों को भी डायनासोर ने पार किया है। सर्चिंग के दौरान एक कुत्ते की हड्डियाँ भी मिलीं, जिसमें अनुमान लगाया जा रहा है कि स्टूडियो ने कुत्तों का शिकार किया है।
संपूर्ण पैट्रोल में लगाए गए पोस्टर
इंस्टीट्युट का कहना है कि वन विभाग अब तक उसे ट्रेस करने में असफल हो रहा है। वन विभाग के कर्मचारी कुछ-कुछ कहते हैं। उनका कहना है कि अभिलेखों को मान्यता देने वाले विभाग के पास संसाधन उपलब्ध नहीं हैं। वहीं, यूनिवर्सिटी प्रबंधन द्वारा सुरक्षा मंत्रालय की गैस को बढ़ाया गया है। इसके अलावा जगह-जगह पर पोस्टर लगाकर सावधान रहने की बात कही गई है।
छात्रों को निर्देश दिया गया
विश्वविद्यालय में सुरक्षा अधिकारी रा.ज. यादव ने बताया कि मेमोरियल विश्वविद्यालय के जंगल में ही है। वन विभाग के पास उसे एब्सोटेन्मेंट वाली त्रिकोल गन नहीं है, इसलिए वह उसे पकड़ नहीं सकता। पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन के लिए संसाधन उपलब्ध के लिए पत्र लिख रहे हैं। यूनिवर्सिटी के सभी छात्रों को अकेले अरेस्ट पर मना लिया गया है। कहा गया है कि जंगल के जंगलों का बिल्कुल उपयोग न करें।
तीसरे लोग डर में
सागर विश्वविद्यालय में 1300 ओक का पेड़ है, जिसका 80 प्रतिशत भाग घने जंगलों से घिरा हुआ है। यहां पर 14000 कर्मचारी, 1000 कर्मचारी, 300 शिक्षक रहते हैं। इनके अलावा 5 से 10000 शहर के अन्य लोगों का यहां आना-जाना होता है। इस तरह 20 से 25000 लोग डर में हैं.
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पहले प्रकाशित : 17 अक्टूबर, 2024, 15:16 IST