उत्तर: महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर 2 से 8 अक्टूबर तक आयोजित मद्य निषेध सप्ताह के शराब प्रेमियों के लिए बड़ी चुनौती उभरेगी। इस सप्ताह का मुख्य उद्देश्य समाज में बढ़ती शराब का सेवन और बाज़ारी दवाइयों के दुष्परिणामों के प्रति लोगों को आमंत्रित करना है। अनुराग वर्मा के निर्देशानुसार, इस अभियान के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जो न केवल शराब के सेवन को हतोत्साहित करेगा, बल्कि युवाओं को इसकी रुचि के बारे में भी शिक्षित करेगा।

इन कार्यक्रम का आयोजन
– 2 अक्टूबर को जिला स्तर पर शराब निषेध कार्यक्रम सप्ताह का शुभारंभ होगा, जिसमें सामूहिक शपथ ग्रहण एवं नशा मुक्ति के लिए वाहन रैली का कार्यक्रम होगा।
– 3 अक्टूबर को जिला के मित्र राष्ट्रों और उच्च/हायर शस्त्रागारों में निबंध लेखन एवं वाद-विवाद प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
– 4 अक्टूबर को नशामुक्ति पर आधारित चित्रकारी और रंगोली प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
-5 अक्टूबर को प्रमुख पार्टियों पर नूकॉक नाटकों का आयोजन होगा, जिसमें नशा की आदत से मुक्त संवाद के व्याख्यान भी शामिल होंगे।
– 6 अक्टूबर को छात्रों द्वारा “अपनों के नाम रेलवे” का आयोजन किया जाएगा।
– 7 अक्टूबर को जिले के सभी गैर सरकारी छात्रों की शिक्षा से लेकर नशा मुक्ति के लिए मानव श्रृंखला का निर्माण किया जाएगा।
– 8 अक्टूबर को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ सप्ताहांत कार्यक्रम का समापन होगा, जिसमें नशा मुक्ति पर आधारित नाटक, नृत्य और गीत-संगीत की प्रस्तुति दी जाएगी। इस अवसर पर सभी सहभागियों को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार प्रदान किये जायेंगे।

पहले प्रकाशित : 1 अक्टूबर, 2024, 19:05 IST

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