राजानंदगांव: जिले के बनहरदी गांव की एक महिला किसान भाई साहू चंद्रमा से पापड़ तैयार कर रही हैं, बाजार में अच्छी बिक्री मांग रही है। इस विशिष्ट उत्पाद के माध्यम से वह न केवल आय अर्जित कर रही हैं बल्कि अपने परिवार को भी आत्मनिर्भर बना रही हैं। मशरूम को सुखाकर पाउडर बनाया जाता है, फिर चावल के आटे के साथ मिलाकर यह मशरूम पाउडर तैयार किया जाता है. 200 ग्राम के पिज्जा में बिकने वाले इस पापड़ की कीमत 50 रुपये है और इसके बाजार में पिज्जा के टुकड़े ने इसे लोकप्रिय बना दिया है।

मशरूम पापड़ बनाने की प्रक्रिया
मोहन बाई साहू ने लोकल18 को बताया कि उनका परिवार मशरूम की खेती करता है। बादाम तोड़ने के बाद उसे सुखाकर पाउडर बनाया जाता है। पापड़ तैयार करने के लिए सबसे पहले चावल को रात भर पानी में भिगोया जाता है, फिर सुखाकर उसे पीसकर आटा तैयार किया जाता है. इस आटे में 100 ग्राम या 50 ग्राम मशरूम का पाउडर बनाया जाता है. इसके बाद पापड़ की तरह इसे तैयार कर सुखाया जाता है और पैक किया जाता है। 200 ग्राम के मसाले को 50 रूपये में खरीदा जा सकता है और 100 ग्राम के मसाले को भी खरीदा जा सकता है.

गुनगुने पानी के टुकड़े
मून पापड़ के बाजार में भारी डिजायन के कारण यह महिलाओं के लिए एक अच्छा आय का स्रोत बन रहा है। नॉर्म पापड़ की तरह ही मुनमुन पापड़ तैयार किया जाता है। चावल के आटे और मशरूम पाउडर के मिश्रण से बनने वाला यह पापड़ स्वास्थ्य के लिए भी बहुत बढ़िया है। बाजार में इसे हाथ-हाथ खरीदा जा रहा है।

मशरूम उत्पादन से बढ़ाया आय का जरिया
बनहरदी की महिला अपने घर में ही मशरूम का उत्पादन करती है और उसका सुखकर पाउडर तैयार करती है। इस पाउडर को चावल के अपार्टमेंट में वैल्युएबल मशरूम पापड़ से तैयार किया जाता है। यह पापड़ स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक है, जिससे इसकी बाजार में बड़ी मांग बनी हुई है।

पहले प्रकाशित : 13 अक्टूबर, 2024, 19:00 IST

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