पहले के मूल में लोग मन की शांति के लिए भगवान के द्वार आये थे। चोर-उचक्के भी जब मंदिर आये थे, तब अपने मन की सारी दुर्भावना को ठीक करने आये थे। लेकिन समय के साथ-साथ अब लोगों के मन की आस्था भी ख़त्म हो गयी है। अब ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं, जहां भगवान की मूर्ति ही चोरी हो जाती है। हाल ही में एक चोर ने भगवान के पास दुकानदार की शरण लेने का नाटक करते हुए उनके सोने की नथ चुरा ली थी।

जब भी हर जगह भीड़ इकट्ठा होती है तो वहां पर जानवरों का काम करना आसान हो जाता है। चोरी करने में महिलाएं भी आगे हैं. इसी वजह से अब कभी-कभी वहां किसी बाबा का प्रवचन भी होता है, जहां महिला राक्षसों का गिरोह सक्रिय हो जाता है। कार्यक्रम में आई महिलाओं के गले से भीड़ के बीच कब सोने की चेन और झुमके गायब हो गए, किसी को भी पता नहीं चल पाता। ऐसा ही एक गिरोह अंबिकापुर में स्वयं भू शिव मंदिर के परिसर में आयोजित भागवत कथा के वाचन में सक्रियता हुई। यहां कथा सुनने के बाद कई आई महिलाओं के गले से सोने की चेन और मंगलसूत्र गायब हो गए।

मच गया मौसम
कथा सुनो कई आई थी. कथा के दौरान ही एक के बाद एक महिला के गले से सोने की चेन और मंगलसूत्र गायब हो गए। कथा सुनने के दौरान जब महिलाओं ने अपने गले को हाथ पर फेरा तो उनकी चीख निकल गई। किसी का मंगल सूत्र गायब था तो किसी की चेन। इसके बाद तूफानी तूफान मच गया। कथा को बीच में लाभ दिया गया और तुरंत लखनऊ पुलिस को इसकी सूचना दी गई। सूचना सूचना ही पुलिस कार्यालय पर टिपण्णी और जांच शुरू कर दी गई, कथा स्थल पर लगे सामाजी की जांच की जा रही है।

तीन घंटे का खेल
लखनऊ के वार्ड संख्या 6 में स्थित मंदिर में कथा का आयोजन किया जा रहा है। 25 सितंबर से इसकी शुरुआत हो गई है. दोपहर साढ़े तीन बजे से शाम साढ़े छह बजे तक पंडित विवेकानन्द जी महाराज कथा का वाचन करते हैं। इसे सुनने के लिए महिला और पुरुष दोनों आ रहे हैं। भीड़ में मौका मिलता है चोर सोने की चेन और मंगल सूत्र पर हाथ साफ़ करात देते हैं। 27 तारीख को कथा सुनने के बाद पांच महिलाओं के गले से गहना गायब हो गया जिसके बाद एक महिला की मौत हो गई। पुलिस ने अब इस मामले की जांच जारी कर दी है।

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