हाँ. मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में एक बड़े स्मार्टफोन को मिठाइयाँ के नवीनता में रुपए का लिफाफा देना एक विशेष को महंगा पड़ गया। जिला पंचायत के सीईओ, बिजनेसमैन की याचिका पर डायरेक्ट पुलिस ने आम आदमी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पूरा मामला सुपरमार्केट डिस्ट्रिक्ट का है। जिला पंचायत सीईओ अशुमान राज स्टेशन के अधिकारी भी हैं। सोमवार को अपने तय समय के अनुसार असंमान राज के साझीदार कार्यालय में एक साथ बैठे थे, एकमुश्त नैकिन जिला क्षेत्र के ग्राम पंचायत रघुनाथपुर गांव के निवासी पूर्व जिला पंचायत विनोद त्रिपाथ की बैठक हुई। हाथ में मिठाई का डिब्बा लेकर आए थे. उन्होंने मिठाइयाँ डब्बा को सर्टिफ़िन अंसमान राज को अलग कर दिया। अन्समैन ऑफिस में मौजूद असैनिक को बुलाया गया। जैसे ही डब्बा खुला तो उसके अंदर से भरा एक लिफाफा था। शैतान के अनमोल में लिफाफा को देखा साज-सामान भौचक्के रह गए।

रियेंट, मिठाइयाँ के प्रमुख में लिफाफाकैथोटिक क्षेत्र विनोद त्रिप ग्राम पंचायत, ग्राम पंचायत, सरपंच के लेटर पैड पर रोजगार सहायक को वित्तीय सहायता की माँग पहुँचे थे। मामले में जिला पंचायत के सीईओ अंसुमन राज ने बताया कि एक पुराने आवेदन के साथ कीमती सामान में लिफाफा पैसा भरा था। जो भी योजना या जनहित से जुड़े क्रेडिट होंगे, गाइड लाइन के अनुसार हल हो जायेंगे। इस तरह के दस्तावेज़ के लिए प्रोटोटाइप मंश में यह रहता है कि बच्चे को ही काम करते हुए देखने पर उन्हें अयोग्य घोषित नहीं किया जाएगा। पूरे मामले में सिटी नेशनल पुलिस ने विनोद त्रिपल के खिलाफ आपराधिक मामला कायम कर क्रीड़ा अधिनियम के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है।

मामले में टीआईओ अभिषेक ने बताया, ‘सीओ अंसमान राज की ओर से एक आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया है। आवेदन पत्र में उन्होंने विनोद त्रिपिटक के खिलाफ केस दर्ज करने की पेशकश की है। प्रथम दृष्टया विनोद त्रिपिटक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। आगे जारी है. अभी मिठाई और राशि प्राप्त नहीं हुई है। हालाँकि वो जांच का विषय है. ‘कोटा कैमरा और अन्य माध्यमों से जानकारी एक साथ की जाएगी।’

पहले प्रकाशित : 5 नवंबर, 2024, 20:31 IST

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