जांजगीर चांपा: जांजगीर चांपा जिले में 14 नवंबर से धान निस्तारण की शुरुआत होगी, जिले के 101 डिप्टी के अंतर्गत 129 उपार्जन अधिष्ठापन में किसानों से धान वितरण की शुरुआत होगी। धान के कारखाने को ले जाने की तैयारी सभी जगह पूरी तरह से हो गई है। इस बार शासन की ओर से धान के बुनियादी ढांचे पर धान के तौलने के लिए तराजू के बदले इलेक्ट्रॉनिक उपकरण की मशीन का उपयोग जरूरी किया गया है।
प्रति नट 21 सामान्य धान की खरीद
इसके साथ ही जिले के सभी अप्लायंसेज में सीसीटीवी कैमरे लगाना भी जरूरी है। इससे हर केंद्र की निगरानी होगी। इससे किसानों को काफी फायदा होगा, धान समूह पर किसानों से अधिक धान के तौलने की मांग कम होगी, अन्य जिलों में 31 अक्टूबर तक धान की बिक्री के लिए गिरदावरी और रजिस्ट्रेशन किया गया है, इस साल भी किसानों से प्रति किसान 21 लाख धान का कारोबार की जाएगी, धान की तैयारी के संबंध में चौधरी अधिकारी ने बताया है।
स्वास्थ्य से होगी निगरानी
जांजगीर चांपा जिले के जनसंपर्क अधिकारी अमित साहू ने लोकल18 को बताया कि जांजगीर चांपा जिले में 129 उपार्जन केंद्र हैं जिनमें 14 नवंबर 2024 से 31 जनवरी 2025 तक धान की आपूर्ति की जाएगी। इन सभी उपार्जन दस्तावेजों में तैयारी की जा रही है। वहीं इस बार शासन से मिले निर्देशों के अनुसार सभी उपार्जन उपकरणों में विलासिता कैमरा अनिवार्य है। होटल कैमरों के माध्यम से हर कैमरे पर निगरानी रखी जाएगी।
किसानों के लिए छायादार की शेड व्यवस्था का लाभ
इसके साथ ही किसानों के धान को तौलने के लिए इलेक्ट्रॉनिक मशीन का उपयोग किया जाएगा। सभी दस्तावेजों में इस इलेक्ट्रॉनिक कांटा का नापतोल विभाग से सत्यापन शामिल है। इसके बाद ही धान की उपज की जाएगी। सभी उत्पादों में बारदाना, इलेक्ट्रॉनिक टूल्स मशीन, बायोकैमिअल उपकरण, बायोमैट्रिक उपकरण, कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक्स टूल्स मशीन की व्यवस्था की जाती है। साथ ही किसानों की सुविधा के लिए सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ छायादार शेड की भी व्यवस्था की गई है। सुरक्षा पर भी व्यापक प्रबंध किये गये हैं।
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पहले प्रकाशित : 13 नवंबर, 2024, 18:10 IST