केम नारायण शर्मा. छत्तीसगढ़ के कांकेर से खतरे की खबर है. कांकेर के दुधावा में आतंकवादियों ने आतंक मचा रखा है। इस तेंदुए पर पिछले कुछ दिनों से चार बच्चों ने हमला कर दिया है। इनमें से एक बच्चे की मौत हो गई। जबकि, तीन की स्थिति गंभीर है. एक मामले में तो घर के कुत्ते ने देवदूत उभरते बच्चे को दस्तावेज़ीकरण से लिया। कुत्तों के हमलों से तेंदुए का आतंक और बच्चा भाग गया। इन सभी दावों के बाद ग्रामीण अब घरों में ही कैद हैं। विशेष रूप से, शाम के वक्त वे ज्यादातर चौकन्ने हैं। क्योंकि, पैंथर आश्रम तक पहुंच गया है।

वैज्ञानिक है कि दुधावा जिले में 1 अक्टूबर की दो बजे तक सामान्य स्थिति थी। लेकिन, शाम होते ही चीख-पुकार और चिल्ला-चिल्लाकर मच गया। घटना यहां के दुधावा के पटेलपारा में शाम करीब 6 बजे घटी। 11 साल का बच्चा नीरज ध्रुव अपने घर से चाचा के घर जा रहा था। दोनों के घर की दूरी 100 मीटर है। इस बीच एस्टेब्लिश एस्टेलाज ने नीरज पर हमला कर दिया। खुंखार जानवर ने उसे दाढ़ी से पकड़ लिया। वह जंगल की ओर भाग निकला। बच्चे की आवाज सुनकर हैरान रह गए चाचा के घर का कुत्ता शेरा ने न केवल खिलौने का पीछा किया, बल्कि उसे कुचल दिया। कुत्ते के अचानक सामने आने और हमला करने से स्टॉक ने नट को अलग कर दिया और भाग गया।

एक बच्चे की हो चुकी है मौत
इस घटना के बाद डकैती मच गई। बेघर बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया। दार्शनिक ने बच्चे को खतरे से बाहर बताया है। बता दें, इस घटना से पहले इलाके में तीन बच्चों पर हमला किया गया है. उसके दो बच्चों पर हमले की स्थिति गंभीर है। जबकि, एक बच्चे की मौत हो गई है। अब गांववाले उत्सव में हैं। उन्होंने शाम और रात के वक्त वक्ता घर से मुखपृष्ठ बंद कर दिया है। खासकर, बच्चों को घर में ही रखा जा रहा है। गांववालों का आरोप है कि पता चलने के बाद भी वन विभाग की टीम ने गोलियों को पकड़ने की कोशिश नहीं की. हालाँकि, अधिकारी दावा कर रहे हैं कि चॉकलेट को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। इसके लिए वन विभाग ने रायपुर से फ्रेंचाइजी की टीम कांकेर का मुख्यालय रखा है।

पहले प्रकाशित : 2 अक्टूबर, 2024, 14:07 IST

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