हैदराबाद: सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति बीआर गवई ने शनिवार को कहा कि आपराधिक न्याय प्रणाली में ‘राष्ट्रीय सेवा और इलेक्ट्रॉनिक प्रक्रियाओं की ट्रैकिंग (एनएसटीईपी)’ के कार्यान्वयन से पारदर्शिता और दक्षता और बढ़ेगी। तेलंगाना में एनएसटीईपी का उद्घाटन करते हुए न्यायमूर्ति गवई ने कहा कि प्रणाली के माध्यम से ई-समन जारी होने से आपराधिक न्याय प्रणाली अधिक दक्षता और पारदर्शिता के साथ काम करेगी। तेलंगाना, जो नागरिक न्याय में एनएसटीईपी लागू करने वाला पहला राज्य था, अब बन गया है। आपराधिक मामलों के क्षेत्र में इस प्रणाली को लागू करने वाला तीसरा राज्य।
न्यायमूर्ति गवई ने उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति आलोक अराधे और डीजीपी जितेंद्र के साथ सिकंदराबाद में न्यायिक अकादमी में ‘एनएसटीईपी’ लॉन्च किया।
इस अवसर पर न्यायमूर्ति गवई ने कहा कि इस ऑनलाइन प्रणाली के माध्यम से आपराधिक न्याय प्रक्रिया आसान हो जाएगी। उन्होंने बताया कि एनएसटीईपी के माध्यम से समन एवं वारंट सीधे अभियुक्तों/न्यायालय के सिपाहियों को प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा, “हम सभी के संयुक्त प्रयासों से, हम तेलंगाना उच्च न्यायालय के तत्वावधान में एनएसटीईपी लॉन्च कर रहे हैं।”