भोपाल। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के मुताबिक, इस साल नवंबर और दिसंबर में पूरे देश में 48 लाख से ज्यादा शादियां हुईं। राजस्थान के सीज़न से पहले राजधानी भोपाल के डी.पी. डॉक्टर का सिरदर्द बढ़ गया है। प्रशासन ने हाल ही में कई डी.जे. चिकित्सकों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, साउंडटेक्नॉलजी की बात भी सामने आ रही है।
लोकल 18 के माध्यम से हम जाएंगे कि डीजे गैलेक्सी पर एक्शन को लेकर उनका क्या कहना है। ध्वनि प्रदूषण और मोटर वाहन अधिनियम का उल्लंघन करने के दौरान भोपाल पुलिस ने 91 डीजे कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। बता दें, पुलिस ने डीजे उपकरणों को सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष रखने के लिए बार-बार चेतावनी दी थी, फिर भी उन्होंने डीजे उपकरणों का उल्लंघन किया था।
सर्वोच्च न्यायालय के दस्तावेज़ का पालन करना
भोपाल के करोंद स्थित क्षेत्र यादव डीजे एंड इवेंट्स के प्रमुख अनिल यादव ने लोकल 18 को बताया कि नेरेलवेज़ का सीज़न शुरू हो चुका है। ऐसे में सभी डीजे बजानेवालों सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों का पालन-पोषण कर रहे हैं। आम तौर पर 75 डेसिबल तक साउंड प्लेयर की परमिशन होती है, जिसे फॉलो कर हम काम करेंगे।
ध्वनि नियंत्रण के लिए दिशानिर्देश जारी
न्यायालय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा ध्वनिरोधी नियंत्रण के जारी किए गए थे। त्योहारों के मौसम में ध्वनि स्तर और संचालन के समय का पालन करने की सलाह दी गई थी। कई चेतावनियों के बावजूद भी कई डी.जे.मैकेजर्स ने पुराने जमाने का उल्लंघन करते हुए बहुत तेज कान फोड़ की आवाज में गाने बजाना जारी किए, जिसके बाद एक्शन की बात कही गई थी।
पहले प्रकाशित : 12 नवंबर, 2024, 23:19 IST