केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह | फोटो क्रेडिट: एएनआई

बांग्लादेश ने सोमवार (23 सितंबर, 2024) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा पिछले सप्ताह झारखंड की यात्रा के दौरान की गई “अत्यंत निंदनीय टिप्पणियों” के खिलाफ “कड़ा विरोध” दर्ज कराया। ढाका में भारतीय उच्चायोग को सौंपे गए विरोध पत्र में बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने कहा कि श्री शाह की टिप्पणियों से बांग्लादेश में “गहरी ठेस” पहुंची है।

बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में कहा, “हमने भारत के केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह द्वारा हाल ही में झारखंड, भारत की यात्रा के दौरान बांग्लादेशी नागरिकों के बारे में की गई अत्यधिक निंदनीय टिप्पणी के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया है।”

इस मामले पर भारत के उप उच्चायुक्त पवन बढ़े को एक विरोध पत्र सौंपा गया।

बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने आगे कहा, “मंत्रालय ने अपनी गंभीर आपत्ति, गहरी पीड़ा और अत्यधिक नाराजगी व्यक्त की और भारत सरकार से राजनीतिक नेताओं को इस तरह की आपत्तिजनक और अस्वीकार्य टिप्पणी करने से बचने की सलाह देने का आग्रह किया।” ढाका की ओर से विरोध पत्र श्री शाह द्वारा पड़ोस से भारत में घुसपैठ के मुद्दे का उल्लेख करने के बाद आया।

20 सितंबर को झारखंड के साहिबगंज में दिए गए भाषण में श्री शाह ने झारखंड में अंतर-सामुदायिक स्थिति का आकलन पेश करते हुए कहा था, “पाकुड़ जिले में हिंदुओं और आदिवासियों से झारखंड छोड़ने के नारे लगाए जा रहे हैं। मुझे बताइए, क्या यह ज़मीन आदिवासियों की है या रोहिंग्या, बांग्लादेशी घुसपैठियों की?” श्री शाह ने कहा था।

गौरतलब है कि ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग सितंबर के आखिरी तीन हफ्तों में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के हितधारकों से संपर्क कर रहा है। रविवार को श्री बाधे बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के महासचिव के साथ एक दुर्लभ बैठक में भारत के उच्चायुक्त प्रणय वर्मा के साथ थे।

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