लक्षेश्वर यादव, जांजगीर-चांपा: जांजगीर-चांपा जिले में यात्रियों, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए यात्री सामान और स्कूल के सामान में रोबोट (ग्लोबल प्लेसमेंट सिस्टम) और पैनिक बटन लगाना अनिवार्य है। इस नए सुरक्षा उपाय से यात्रा के दौरान किसी भी संकट की स्थिति में मदद उपलब्ध कराई जाएगी। जिले की सभी सवारियों के लिए सामान और स्कूल के सामान में चाकू और पैनिक बटन उपकरण, जिससे किसी भी दुर्घटना या आकस्मिक घटना में तत्काल सहायता मिल सके।
रायपुर में कंट्रोल रूम बनाया, आपत्ति स्थिति में तत्काल मदद की जरूरत होगी
रायपुर में एक सेंट्रल कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जहां से बटन दबाकर तत्काल सूचना प्राप्त की जाएगी। इसके बाद संबंधित जिले के थाने और अस्पताल से सलाह मांगी जाएगी। नियंत्रण कक्ष स्थानीय पुलिस एवं चिकित्सा सुविधा से भी पर्यटकों को तत्काल राहत मिल सकेगी। इस कदम से बस में यात्रा करने वाली महिलाओं और युवतियों को अतिरिक्त सुरक्षा की छूट आवश्यक है।
यात्री फर्नीचर और स्कूल में पैनिक बटन अनिवार्य
जांजगीर-चांपा जिला परिवहन अधिकारी गौरव साहू ने बताया कि यात्री और स्कूल के विद्यार्थियों में पैनिक बटन और सामान अब अनिवार्य कर दिया गया है। इसके बिना कपड़े का नामांकन और फिटनेस नहीं मिलेगा। नवीनीकृत के तहत, जिले में पंजीकृत 339 सामान्य बच्चे और 438 स्कूल के बच्चों का समय-समय पर फिटनेस परीक्षण किया जाएगा। अब फिटनेस की अनुमति तभी दी जाएगी जब पिज्जा में पैनिक बटन और लैपटॉप लगें। नए साल का जश्न भी सामुहिक संघ की स्थापना के बाद ही होगा।
कैसे काम करें पैनिक बटन?
पैनिक बटन बस में हर सीट के पास उपयोग, ताकि यात्री या बच्चे में इसे आसानी से दबाया जा सके। इस बटन को तीन सेकंड तक जॉय पर बस की लाइव और मैसेज कंट्रोल रूम पर तुरंत मिल जाएगा। सत्यापन के बाद, एस्ट्रोइलेक्ट्रिक स्टोन्स को सूचित किया जाएगा और सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। यदि पैनिक बटन को गलती से दबाया गया हो, तो कंट्रोल रूम बस के ड्राइवर या स्टेशन से बात कर स्थिति की पुष्टि की जाएगी। इस नई व्यवस्था से जिलों में यात्रा करने वालों की सुरक्षा में बढ़त हासिल की जा सकेगी और किसी भी संकट की स्थिति में राहत पहुंचाना संभव हो सकेगा।
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पहले प्रकाशित : 29 अक्टूबर, 2024, 14:56 IST