cgnews24.co.in
खरगोन. मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के पवित्र नगरी मंडलेश्वर के महात्मा गांधी मार्ग को अब वन-वे बनाया गया है। प्रशासन ने 22 अक्टूबर से इसे लागू कर दिया है, जिससे स्थानीय लोगों और मां के दर्शन के लिए आने वाले लोगों को प्लास्टिक जाम से बड़ी राहत मिल गई है. हालाँकि, इस जजमेंट पर आदिवासियों के बीच मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। वहीं, आम जनता इस फैसले से काफी खुश है।
स्थानीय18 बातचीत में स्थानीय निवासी एवं व्यवसायी रूपेश कोटा ने कहा कि वन-वे से हम बहुत खुश हैं, हमारी दुकान के सामने सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं हुई थीं। अब लोग आसानी से यहां से निकल जाएं। यह व्यवस्था सदैव बनी रहनी चाहिए। वहीं अशोक राठौड़ ने बताया कि इसकी मांग काफी समय से कर रहे थे. अभी वैबसाइट है, लेकिन इसे वैबसाइट करना चाहिए। संजीवनी ने भी इसे सही कदम बताया। उन्होंने कहा कि लेबनान की वसीयत से वेंट में बहुत परेशानी हुई थी, अब कम से कम वो आसानी से ए-जा फनी।
बच्चों की चिंताएं, बढ़ोतरी का खर्च
व्यापारियों बुरहानुद्दीन नजमी का कहना है, निर्णय तो अच्छा है, लेकिन पालन करने का सही तरीका अपनाना चाहिए। अब हमारे सामान का खर्च बढ़ गया है, क्योंकि गाड़ी की दुकान तक नहीं पहुंच पा रही है। हमें ठेले या हम्माल का सहारा लेना है, और ये लोग मनमाना पैसा वसूलते हैं। पंकज जैन ने भी एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि पूरे मार्ग को वन-वे बनाने की जरूरत नहीं थी। बस कंपनी को सही जगह पर खड़ा किया जाएगा और हटाया जाएगा तो समस्या हल हो सकती है।
वहीं, निलेय जैन ने कहा कि यह वन-वे सिर्फ चार पहिये के टुकड़े के लिए है, दो पहिए के टुकड़े के लिए नहीं। प्रशासन का यह कदम विघटन के लिए अच्छा है, क्योंकि चर्मपत्र कम होगा तो ग्राहक भी आएगा। बस सुपरस्टार के पुराने को लेकर कुछ अलग-अलग कलाकार होंगे।
प्रशासन की सख्त कार्रवाई
त्रिपुरा, प्रशासन ने व्यापारी संघ के समर्थन के बाद इस मार्ग को वन-वे घोषित कर दिया है। अब चार पहिया वाहन, स्कूल बस या साधारण वाहन बस स्टैंड से ग्यान घंटाघर तक जायेंगे और वापसी नामांकन अनुमोदन मार्ग से होगा। नगर परिषद के राजस्व प्रभारी कैलाश वर्मा ने बताया, हॉस्टल के सामने टू-अध्यक्ष अगर गलत तरीके से शुरू होते हैं तो बड़ों से 100 रुपये का बकाया वसूला जाएगा। वहीं, पुलिस क्षेत्र में वाहन चालकों पर 300 रुपये का प्रतिबंध लगाया गया है।
15 दिनों के लिए ईसाई व्यवस्था पर प्रयास
बता दें कि, यह व्यवस्था सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक लागू रहेगी और भारी सोसाइटी का प्रवेश सुबह 7 बजे से पूरी तरह बंद कर दिया गया है। अगले 15 दिनों के बाद, यदि आवेदन सही है, तो इसे वैकल्पिक रूप से लागू कर दिया जाएगा। अमल में आने के लिए पुलिस ने दोनों के साथियों पर निशानों की व्यवस्था भी की है।
लोगों से बातचीत के बाद नए नागरिकों से राहत और चुनौती दोनों सामने हैं। प्रशासन के इस फैसले से कुछ लोग खुश हैं तो अशांति में अशांति भी है। अब देखिये कि यह व्यवस्था व्यवस्था और लोगों के लिए क्या प्रस्ताव प्रस्तुत करती है।
टैग: नवीनतम हिंदी समाचार, स्थानीय18, एमपी न्यूज़, जनता की राय
पहले प्रकाशित : 26 अक्टूबर, 2024, 07:21 IST