खंडवा: खंडवा ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश और देश में बिरला मौका था जब एक परिवार की तीन बहनों ने एक साथ, एक मंच पर देहदान का संकल्प कर समाज के सामने अनोखा उदाहरण प्रस्तुत किया। मौका भी ऐसा चुना जब सारे साधु एसोसिएटेड, मित्र और पुजारी साथ थे। जैन समाज के जाने माने चेहरे प्रशांत कोचर ने, मां के जन्मोत्सव पर भव्य समारोह आयोजित किया। 82 साल पूरे कर लिए गए इसी उत्सवी सम्राट प्रशांत कोचर ने अपने देहदान की घोषणा की, इसी मंच पर पुत्र लॉस सर्वेयर प्रशांत कोचर ने भी अपने देहदान की बात कही। इतना सब होता है पोट यानी 26 साल साहेब कोचर ने भी इस संकल्प को और मजबूत किया उन्होंने भी अपने देहदान का संकल्प लिया।

प्रशांत कोचर ने लोकल 18 से बात करते हुए कहा, मां के 82वें जन्मोत्सव पर हमने एक भव्य समारोह आयोजित किया था. इस उत्सव में महाराष्ट्र की मां श्रीमती शांतादेवी कोचर ने देहदान की घोषणा की। उनकी इस महान पहल से मुझे भी प्रेरणा मिली, मेरे बेटे साहेब कोचर ने भी अपने देहदान का संकल्प लिया।

देहदानियों को सम्मानित किया गया
खंडवा जिलाधीश अनूप कुमार सिंह ने इस दुर्लभ संयोग पर देहदानियों को सम्मानित कर प्रमाण पत्र बेचा है। कोचर फैमिली की इस यूनिवर्सल कंपनी का सर्वत्र स्पॉट जा रहा है। साथ ही आपको जानकारी देते हुए बताएं कि एंकलम बॉडीज अस्पताल को देने की प्रक्रिया है, लेकिन कानूनी प्रक्रिया पूरी तरह से होती है-होते यह शरीर खराब हो जाता है और छात्रों के काम नहीं आता है।

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देहदान के प्रति जागरूकता
देहदान के प्रति जागरूकता लाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है, लेकिन अभी भी जागरूकता के स्तर में काफी कमी है। डॉक्टर बनने वाला प्रत्येक छात्र मानव शरीर को अंदर से देखकर ही प्रैक्टिकल सिखाता है। खंडवा मेडिकल कॉलेज में प्रैक्टिकल करने के लिए कई वरिष्ठ सदस्य भी आते हैं। मेडिकल ऑपरेशन में जब भी कोई नई तकनीक आती है, तो उसे सीखना और प्रैक्टिकल करना वर्कशॉप (मानव शरीर पर प्रयोग) के लिए भी उपयोग किया जाता है।

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